महिलाओं के खिलाफ अपराध वाले आरोपी चेहरों को बीजेपी ने दिया टिकिट
नई दिल्ली। महिला सुरक्षा को लेकर खुद को पाक दामन बताने वाली भारतीय जनता पार्टी ने कर्नाटक विधानसभा चुनावो में महिलाओं के खिलाफ आरोपी रहे सर्वाधिक उम्मीदवारों को उम्मीदवार बनाया है।
एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म और नेशनल इलेक्शन वॉच की रिपोर्ट के अनुसार बीजेपी में ऐसे सांसदों व विधायकों की संख्या सबसे ज़्यादा है जिनके ऊपर महिलाओं के खिलाफ आपराधिक मामले चल रहे हैं।
इन दोनों संस्थाओं ने वर्तमान सांसदों व विधायकों के 4896 में से 4845 मामलों का विश्लेषण किया। इनमें से 1580 सांसदों व विधायकों के खिलाफ आपराधिक मामले थे। उनमें से 48 के खिलाफ महिला के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज थे।
इस मामले में बीजेपी सबसे आगे रही इसके बाद शिवसेना और फिर टीएमसी. बीजेपी के 12, शिवसेना के 7 और टीएमसी के 6 सांसदों व विधायकों के खिलाफ महिलाओं के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं।
रिपोर्ट बताती है कि पिछले पांच सालों में बीजेपी ने 47 ऐसे उम्मीदवारों को, जिन पर महिलाओं के खिलाफ आपराधिक मामलों का आरोप था, उन्हें टिकट दिया. बसपा ने ऐसे 35 उम्मीदवारों और कांग्रेस ने 24 उम्मीदवारों को टिकट दिया।
राज्यों के मामले में महाराष्ट्र 12 सांसदों व विधायकों के साथ सबसे आगे है उसके बाद पश्चिम बंगाल फिर ओडिशा व आंध्र प्रदेश का स्थान आता है। महिलाओं के खिलाफ किए गए इन अपराधों में महिलाओं की अस्मिता को नुकसान पहुंचाने, अपहरण व ज़़बरदस्ती शादी करने के मामले दर्ज हैं।
एडीआर ने सिफारिश की है कि जिन उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर आरोप हैं उन्हें चुनाव लड़ने से रोकना चाहिए और राजनीतिक पार्टियों को ये बताना चाहिए कि वो किस आधार पर उम्मीदवारों को टिकट दे रही हैं।
ये रिपोर्ट तब आई है जब बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के ऊपर एक नाबालिग के साथ बलात्कार का आरोप लग रहा है और कठुआ गैंगरेप की वारदात के बाद पूरे देश में इस पर चर्चा हो रही है।