महिलाओं की सुरक्षा के लिए नहीं, गाय की तस्करी रोकने को तैनात की जायेगी विशेष टास्क फ़ोर्स
चंडीगढ़ । हरियाणा में हाल ही में हुए मेवात गैंग रेप काण्ड पर पर्दा डाल रही मनोहर लाल खट्टर सरकार को राज्य के लोगों की सुरक्षा से ज़्यादा गौवंश की सुरक्षा चिंता है । यही कारण है कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए अलग से कोई विशेष व्यवस्था करने की जगह गौ रक्षा के लिए विशेष आयोग बनाया गया है ।
अब गोवंश की सुरक्षा के लिए एक विशेष टास्क फ़ोर्स को तैनात किया जा रहा है । हरियाणा पुलिस ने यूपी से सटी प्रदेश की सीमा पर गो तस्करी पर नजर रखने के लिए विशेष टास्क फोर्स की तैनाती की है। राज्य पुलिस ने यह फैसला हरियाणा गो सेवा आयोग द्वारा तस्करी को लेकर जताई गई चिंता और इसकी रोकथाम के लिए विशेष पुलिस दस्तों की तैनाती की मांग को ध्यान में रखते हुए लिया है।
प्रदेश के आठ जिलों की सीमाएं यूपी से लगती हैं और लंबे समय से इन क्षेत्रों से गोवंश को अवैध तरीके से यूपी ले जाए जाने का मुद्दा उठता रहा है। राज्य पुलिस ने यमुनानगर, पंचकूला, अंबाला, कैथल, कुरुक्षेत्र, पानीपत, सोनीपत और पलवल से लगती यूपी की सीमा पर विशेष टास्क फोर्स के जरिये गो तस्करी रोकने के लिए कदम उठाने का फैसला किया है।
हरियाणा पुलिस उक्त जिलों से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्गों पर विशेष नजर रखेगी, क्योंकि पुलिस के पास उपलब्ध सूचनाओं के अनुसार, गो तस्कर अब तक यूपी की ओर जाने वाले प्रमुख मार्गों का इस्तेमाल करते रहे हैं।
इस संबंध में राज्य गो सेवा आयोग के अध्यक्ष भानी राम मंगला का कहना है कि उन्होंने प्रदेश से गो तस्करी को देखते हुए राज्य पुलिस के समक्ष चिंता व्यक्त की थी और पुलिस से तस्करी रोकने के लिए कदम उठाने का आग्रह किया था।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने इस मामले में आयोग को सहयोग देने और गो तस्करी रोकने के लिए कड़े कदम उठाने का भरोसा दिया है। मंगला का मानना है कि इन सीमावर्ती राज्यों में गो तस्कर हमेशा से सक्रिय रहे हैं। यह तस्कर पशुओं को ले जाने के लिए सड़क मार्गों का ही इस्तेमाल करते हैं।
इस संबंध में राज्य की गो संरक्षण एवं संवर्धन की नोडल अधिकारी व डीआईजी भारती अरोड़ा ने बताया कि सभी जिलों में पुलिस आयुक्त या एसपी के निर्देशन में टास्क फोर्स की तैनाती गई है, जिनका नेतृत्व इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी को सौंपा गया है।
उन्होंने कहा कि टास्क फोर्स का मुख्य काम जिले में गौ तस्करी व गायों के कत्ल के बारे में सूचना एकत्र करना है। इसके अलावा टास्क फोर्स पुख्ता सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस की मदद से सीधे कार्रवाई भी कर सकेगी।