महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना को हराने के लिए महागठबंधन बनाने की तैयारी में कांग्रेस-एनसीपी

महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना को हराने के लिए महागठबंधन बनाने की तैयारी में कांग्रेस-एनसीपी

नई दिल्ली। महाराष्ट्र में होने जा रहे विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने राज्य में नेतृत्व परिवर्तन कर बड़ा संकेत दिया है। इतना ही नहीं विधानसभा चुनावो की तैयारी के मद्देनज़र कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष के साथ पांच कार्यकारी अध्यक्षो की न्युक्ति और सात कमेटियों का गठन भी किया है।

इससे पहले अभी हाल ही में महाराष्ट्र नव निर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने यूपीए चेयर पर्सन सोनिया गांधी से उनके आवास पर मुलाकात की थी। राज ठाकरे लोकसभा चुनाव में कांग्रेस एनसीपी के पक्ष में ताबड़तोड़ रैलियां कर चुके हैं।

इसलिए कयास लगाए जा रहे हैं कि शिवसेना बीजेपी के परम्परागत हिंदुत्व वाले वोट बैंक में बड़ी सेंधमारी करने के लिए कांग्रेस-एनसीपी राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नव निर्माण सेना से गठबंधन कर सकते हैं। सूत्रों की माने तो विधानसभा चुनाव के लिए महाराष्ट्र में महागठबंधन बनाये जाने की तैयारियां चल रही हैं।

सूत्रों ने कहा कि इस महागठबंधन में कांग्रेस एनसीपी और महाराष्ट्र नव निर्माण सेना के अलावा प्रकाश आंबेडकर की आरपीआई को शामिल किये जाने के प्रयास किये जा रहे हैं। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस एनसीपी और प्रकाश आंबेडकर की पार्टी में गठबंधन की कोशिशें विफल हो गयीं थीं।

लोकसभा चुनाव में दलित और मुस्लिम मतदाताओं का एक हिस्सा प्रकाश आंबेडकर की पार्टी के साथ जाने से कांग्रेस एनसीपी को कई सीटों पर पराजय का मूँह देखना पड़ा था। इसलिए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस एनसीपी अभी से प्रकाश आंबेडकर से गठबंधन को लेकर अभी से बातचीत कर रहे हैं।

कांग्रेस द्वारा महाराष्ट्र में नव न्युक्त अध्यक्ष बालासाहेब थोरात ने दिल्ली पहुंचकर कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मुलाकात की है। ज़ाहिर है कि मुलाकात के दौरान महाराष्ट्र में होने जा रहे विधानसभा चुनावो की तैयारी को लेकर भी बात हुई होगी।

वहीँ सूत्रों की माने तो राज ठाकरे विधानसभा चुनाव में ईवीएम की जगह बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग को लेकर जल्द ही आंदोलन शुरू करने जा रहे हैं। यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी से मुलाकात से पहले राज ठाकरे ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर ईवीएम की जगह बैलेट पेपर से चुनाव कराये जाने की मांग की थी।

इतना ही नहीं राज ठाकरे ने कांग्रेस नेता सोनिया गांधी से मुलाकात के दौरान भी ईवीएम का मुद्दा उठाया था। उन्होंने कहा था कि महाराष्ट्र में होने जा रहे विधानसभा चुनाव से पहले यह तय होना आवश्यक है कि चुनाव आयोग मतदान के लिए ईवीएम की जगह बैलट पेपर का इस्तेमाल करेगा।

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TeamDigital