महाराष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन पर मुहर, 125-125 सीटों पर लड़ेंगी दोनों पार्टियां
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के बीच गठबंधन पर आज आखिरी मुहर लग गयी है। दोनों पार्टियों के बीच सीटों का बंटवारा तय हो गया है।
288 सीटों वाली महाराष्ट्र विधानसभा में दोनों पार्टियां 125-125 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी। वहीँ 38 सीटें सहयोगी दलों के लिए छोड़ी गयी हैं। यह जानकारी देते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि कांग्रेस और एनसीपी के बीच सीटों का बंटवारा तय हो गया है।
पवार ने कहा कि पार्टी चुनाव की तैयरियों को अंतिम रूप दे रही है और जल्द ही प्रत्याशियों के चयन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। उन्होंने कहा कि एनसीपी इस चुनाव में नए चेहरों को मौका देगी। कुछ सीटें कांग्रेस के साथ बदली भी जाएंगी।
वहीँ माना जा रहा है कि कांग्रेस एनसीपी की कोशिशो के बावजूद प्रकाश आंबेडकर की पार्टी बहुजन वंचित अघाड़ी पार्टी से चुनावी समझौता नहीं हो पाया है। इसलिए शेष रही 38 सीट राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नव निर्माण सेना को दी जा सकती हैं।
गौरतलब है कि 2014 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और एनसीपी अलग अलग चुनाव लडे थे। जिसका लाभ भारतीय जनता पार्टी को मिला था। इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को 122, कांग्रेस को 42 और एनसीपी को 41 सीटें मिली थीं।
वहीँ 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और एनसीपी ने गठबंधन कर चुनाव लड़ा था लेकिन दोनों पार्टियां उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर सकीं। इसकी अहम वजह दलित और अल्पसंख्यक मतदाओं का विभाजन रहा।
जानकारों की माने तो प्रकाश आंबेडकर की पार्टी बहुजन वंचित अघाड़ी पार्टी और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के बीच हुए गठबंधन ने कांग्रेस – एनसीपी को बड़ा झटका दिया। वहीँ इस बार होने जा रहे विधानसभा चुनाव में बहुजन वंचित अघाड़ी पार्टी और एआईएमआईएम में समझौता नहीं हो पाया है और दोनों पार्टियां अलग अलग चुनाव लड़ने का मन बना चुकी हैं।