महाराष्ट्र: मतगणना से पहले कांग्रेस ने जताया ईवीएम से छेड़छाड़ का संदेह
मुंबई। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव सम्पन्न होने के बाद कांग्रेस ने ईवीएम से छेड़छाड़ का संदेह जताया है। इससे पहले कांग्रेस की सहयोगी पार्टी एनसीपी भी ईवीएम को लेकर संदेह जता चुकी है।
कांग्रेस ने ईवीएम से छेड़छाड़ का संदेह जताते हुए चुनाव आयोग को पत्र लिखा है। पत्र में चुनाव आयोग से मांग की गयी है कि भारत में बड़ी तादाद में लोगों को मानना है कि ईवीएम को मोबाइल टावर और फोन नेटवर्क के माध्यम से हैक किया जा सकता है। ऐसे में जिन स्थानों पर ईवीएम रखीं गयीं हैं उन स्थानों पर स्ट्रॉन्ग रूम के आसपास भी नेटवर्क जाम किया जाना बेहद ज़रूरी है।
पत्र में कहा गया है कि वोटों की गिनती के दिन भी मतगणना के स्थान पर नेटवर्क जाम किये जाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए। इतना ही नहीं पत्र में कहा गया है मतगणना के दौरान हर राउंड की गिनती के बाद उम्मीदवारों को मिले वोटों की लिखित रूप से रिटर्निंग ऑफिसर के हस्ताक्षरो के साथ उपलब्ध कराये जाने के बाद ही अगले राउंड की गिनती शुरू की जाए।
पत्र के मुताबिक कांग्रेस ने चुनाव आयोग से मांग की है कि 50 फीसदी ईवीएम का वीवीपैट पर्चियों से मिलान किया जाए। गौरतलब है कि महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीटों के लिए 21 अक्टूबर को मतदान हुआ था और 24 अक्टूबर को मतगणना की जायेगी।
कांग्रेस से पहले उसकी सहयोगी पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस की ईवीएम की सुरक्षा और ईवीएम से छेड़छाड़ की आशंका जताते हुए चुनाव आयोग को पत्र लिख चुकी है।
चुनाव आयोग को लिखे गए एक पत्र में एनसीपी ने कहा कि महाराष्ट्र के हर पोलिंग बूथ और स्ट्रॉन्ग रूम के तीन किलोमीटर के दायरे में इंटरनेट बंद कर देना चाहिए। पत्र में मांग की गयी है कि यह व्यवस्था 21 अक्टूबर को वोटिंग के दिन के साथ-साथ 24 अक्टूबर को वोटों की गिनती के दिन भी होनी चाहिए।
बता दें कि महाराष्ट्र में एनसीपी का कांग्रेस के साथ गठबंधन है। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 147 और सहयोगी एनसीपी ने 121 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं।
वहीँ अन्य दलों में बीजेपी (सहयोगी छोटे दलों के साथ) ने 164, शिवसेना 126, राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) 10, बहुजन समाज पार्टी 262, भाकपा 16 और माकपा के 08 उम्मीदवार के अलावा 1400 निर्दलीय उम्मीदवार भी मैदान में हैं।