मस्जिद शिफ्ट करने का फॉर्मूला देने वाले मौलाना नदवी की मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड से छुट्टी
नई दिल्ली। आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ की बैठक में अयोध्या में विवादित स्थान से मस्जिद को दूसरे स्थान पर बनाने का प्रस्ताव देने वाले मौलाना सलमान नदवी को आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड से हटा दिया गया है।
नदवी ने अयोध्या विवाद को सुलझाने के लिए सुझाव दिया था कि मंदिर के लिए मस्जिद को शिफ्ट किया जा सकता है। उनके इस बयान से नाराज बोर्ड ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया। जानकारी के मुताबिक नदवी हैदराबाद में चल रही बोर्ड की मीटिंग में उन्हें बाहर करने का फैसला लिया गया।
सलमान नदवी ने कोर्ट के बाहर इस विवाद को सुलझाने की पैरवी की थी। मुस्लिम समाज के प्रतिनिधि मंडल की तरफ से मौलाना नदवी श्री श्री रविशंकर से मिलने पहुंचे थे। वहां उन्होंने कहा था कि दोनों पक्ष साथ बैठकर फैसला करें। उन्होंने यह भी कहा था कि मस्जिद को वहां से शिफ्ट करके वहां मंदिर बनाया जाना चाहिए।
सलमान को बाहर निकाले जाने के खबर पर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य कासिम इलियास ने कहा कि बोर्ड अपने पुराने स्टैंड पर कायम है। मस्जिद न ही हटाई जाएगी और न ही शिफ्ट की जाएगी। सलमान नदवी बोर्ड के स्टैंड से अलग जा रहे थे इसलिए उन्हें बोर्ड से निकाला गया है।
स्वामी का दावा : अक्टूबर में बनना शुरू होगा राम मंदिर
वहीँ दूसरी तरफ बीजेपी सांसद सुब्रमणियम स्वामी ने दावा किया है कि राम मंदिर का निर्माण इस वर्ष के अक्टूबर माह में शुरू हो जायेगा। शनिवार को दिल्ली विश्वविद्यालय के सेमिनार हॉल में अरुंधति वशिष्ठ अनुसंधान पीठ की ओर से आयोजित सेमिनार में मुख्य वक्ता के रूप में उन्होंने कहा कि मंदिर का निर्माण प्रारंभ हो जाएगा, तब वहां जाकर वे दिए जलाएंगे।
राम जन्मभूमि कोई धर्म विवाद नहीं, बल्कि जमीन विवाद है। इस्लाम में मूर्ति पूजा नहीं है, लेकिन मंदिर में भगवान का स्थान है। हम मंदिर में भगवान की प्राण प्रतिष्ठा करते हैं तो वह भगवान का निवास हो जाता है।