ममता बोलीं ‘मोदी सरकार के अत्याचार के खिलाफ जान दे दुंगी लेकिन समझौता नहीं करूंगी’
कोलकाता। कोलकाता में सीबीआई और पुलिस के टकराव के बाद धरने पर बैठी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दो टूंक शब्दों में कहा है कि उनका सत्याग्रह मोदी सरकार के अत्याचार के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि वे अत्याचार के खिलाफ लड़ते लड़ते जान दे सकती हैं लेकिन समझौता नहीं करेंगी।
ममता ने आज कहा कि उनका प्रदर्शन ‘‘गैर राजनीतिक’ है और देश के विभिन्न हिस्सों से उनको समर्थन मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश और संविधान को जब तक बचाया नहीं जाता, तब तक उनका ‘‘सत्याग्रह’ जारी रहेगा।
ममता बनर्जी रविवार रात करीब साढ़े आठ बजे से मेट्रो चैनल में अस्थायी मंच पर धरने पर बैठी हैं। नर्जी ने अपनी पार्टी के सदस्यों से यह सुनिश्चित करने को भी कहा है कि प्रदर्शन शांतिपूर्ण हो।
विपक्ष से मिल रहे समर्थन पर ममता बनर्जी ने कहा कि “यह कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं है लेकिन सभी राजनीतिक दल प्रदर्शन में हमारा साथ दे सकते हैं।’ बनर्जी ने कहा कि आंध्र प्रदेश में उनके समकक्ष चंद्रबाबू नायडू, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने उन्हें फोन कर प्रदर्शन के प्रति एकजुटता जाहिर की है।
उन्होंने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा प्रमुख अमित शाह पर राज्य में तख्तापलट करने की कोशिश का आरोप भी लगाया। उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल पर आरोप लगाया कि उन्होंने प्रधानमंत्री के आदेश पर सीबीआई को राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को परेशान करने का निर्देश दिया है।
बीजेपी विरोधी प्रदर्शन जारी:
इस बीच सोमवार को पश्चिम बंगाल के अनेक इलाको में बीजेपी विरोधी प्रदर्शन जारी रहे। कोलकाता के अलावा हुगली, हावड़ा, बांकुरा, पूर्वी वर्द्धमान, पुरुलिया, बीरभूम और उत्तर 24 परगना जिले में सुबह लोग सड़कों पर उतरे और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के पुतले भी जलाए गए। हुगली और हावड़ा में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने ट्रेनों की आवाजाही भी बाधित की.उन्होंने बांकुरा में राष्ट्रीय राजमार्ग अवरूद्ध किया।