ममता के बाद नायडू, केजरीवाल, तेजस्वी अपने राज्यों में करेंगे विपक्ष की साझा रैलियां

ममता के बाद नायडू, केजरीवाल, तेजस्वी अपने राज्यों में करेंगे विपक्ष की साझा रैलियां

नई दिल्ली। अभी हाल ही में पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस द्वारा आयोजित की गयी विपक्ष की साझा रैली ‘यूनाइटेड इंडिया’ की सफलता के बाद अब विपक्ष के कई और नेता अपने अपने राज्यों में विपक्ष की साझा रैली का आयोजन कर विपक्षी दलों की एकता का सन्देश देंगे।

इसी कड़ी में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एम चंद्रबाबू नायडू, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल और बिहार में राजद नेता तेजस्वी यादव बड़ी रैलियों का आयोजन करके विपक्ष की एकता का बिगुल फूंकेंगे।

हालाँकि अन्य राज्यों में विपक्षी दलों की साझा रैली को लेकर फिलहाल सहमति एम चंद्रबाबू नायडू के प्रस्ताव पर बनी है लेकिन आँध्रप्रदेश के बाद अन्य राज्यों में रैली के प्रस्ताव पर मुहर लगने की सम्भावना है।

आंध्र प्रदेश में मुख्यमंत्री चन्द्रबाबू नायडू फरवरी के प्रथम सप्ताह में अमराबती में बड़ी रैली का आयोजन करने जा रहे हैं। इस रैली के आयोजन के लिए तैयारियां भी शुरू हो गयीं हैं। अमराबती रैली के बाद सम्भवतः बिहार में विपक्ष की अगली साझा रैली आयोजित की जा सकती है।

2019 के लोकसभा चुनाव के लिए विपक्ष के गठजोड़ महागठबंधन बनाये जाने के प्रयासों के तहत चंद्रबाबू नायडू विपक्ष की एकता की कमान संभाले हुए हैं। विपक्षी दलों को एकजुट करने के लिए नायडू अब तक लगभग सभी दलों के नेताओं से मेल मुलाकात कर चुके हैं।

वहीँ यह कहा जा रहा है कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी देश की राजधानी में विपक्षी एकजुटता रैली का प्रस्ताव दिया, लेकिन व्यापक सहमति बनी कि पहले अमरावती में विपक्षी दल मंच साझा करें और दिल्ली के अलावा लखनऊ, पटना व बेंगलरु आदि जगह पर रैली चुनाव का सियासी पारा चढ़ने के हिसाब से तय किया जाएगा। अमरावती की रैली फरवरी में प्रस्तावित है मगर तारीख तय नहीं हुई है।

सूत्रों की माने तो विपक्ष की एकजुटता के मद्देनज़र बीजेपी खेमे में भारी बेचैनी है वहीँ उत्तर प्रदेश की राजनीति में अचानक प्रियंका गांधी के सक्रीय होने से बीजेपी अचंम्भित है और अब नए सिरे से अपनी रणनीति पर विचार कर रही है।

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TeamDigital