मध्य प्रदेश में बीजेपी को बड़ा झटका देंने की तैयारी कर रहे सवर्ण संगठन

मध्य प्रदेश में बीजेपी को बड़ा झटका देंने की तैयारी कर रहे सवर्ण संगठन

भोपाल ब्यूरो। मध्य प्रदेश में एससी एसटी एक्ट में संशोधन के खिलाफ एकजुट हुए सवर्ण संगठन इस बार विधानसभा चुनाव में बीजेपी को बड़ा झटका दे सकते हैं। बीजेपी के खिलाफ सवर्णों का गुस्सा अब खुलकर सामने आने लगा है।

हालाँकि सवर्णों के गुस्से को भांपते हुये मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह यादव ने एससी /एसटी एक्ट में संशोधन को लेकर बयान भी दिया। शिवराज ने सवर्णों को साधने के चक्कर में कह दिया कि एससी/एसटी एक्ट में सीधे गिरफ्तारी नही होने देंगे। पहले मामले की जांच होगी उसके बाद ही कोई कार्रवाही की जाएगी।

शिवराज सिंह ने अपने बयान से सवर्णों को साधने की कोशिश अवश्य की लेकिन वे अपने बयान के लिए जल्द ही बीजेपी के दलित नेताओं के निशाने पर आ गए। दिल्ली से बीजेपी सांसद उदित राज और केन्द्रीय मंत्री रामदास अठावले ने शिवराज सिंह के बयान पर आपत्ति जताई है।

वहीँ दूसरी तरफ मध्य प्रदेश में सवर्ण संगठनों के नेताओं के बीच इस बात को लेकर बातचीत चल रही है कि विधानसभा चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस दोनों का बहिष्कार किया जाए।

सूत्रों की माने तो सवर्ण संगठनों के नेताओं का मानना है कि बीजेपी कांग्रेस दोनों ही वोट बैंक के चक्कर में दलितों को प्रोत्साहित करते आये हैं। ऐसे में चुनाव में दोनों ही पार्टियों का बहिष्कार कर या तो नोटा का इस्तेमाल किया जाए या विधानसभा स्तर पर उसी उम्मीदवार का समर्थन किया जाए जो एससी/ एसटी एक्ट में संशोधन का सार्वजनिक तौर पर विरोध करे।

वहीँ दूसरी तरफ सवर्णों को मनाने के लिए बीजेपी नेताओं की फील्डिंग सजा दी गयी है। बीजेपी के कई नेता सवर्ण संगठनों के नेताओं से सम्पर्क कर उन्हें मानाने की कोशिशो में जुट गए हैं।

सूत्रों की माने तो बीजेपी के कुछ ब्राह्मण चेहरों को एक्टिव कर सवर्ण संगठनों को मनाने का कम सौंपा गया है। हालाँकि अभी तक यह साफ़ नही हो सका है कि सवर्णों को मनाने की बीजेपी नेताओं की कोशिशें अब तक कितनी सफल रही हैं।

फ़िलहाल माना जा रहा है कि अगले माह के पहले सप्ताह में सवर्ण संगठनों की एक संयुक्त बैठक मध्य प्रदेश या राजस्थान में आयोजित की जा रही है। इस बैठक में विधानसभा चुनाव में समर्थन को लेकर कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है।

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TeamDigital