मथुरा में नहीं बिकेगी शराब, यूपी केबिनेट ने दी मंजूरी
लखनऊ ब्यूरो। उत्तर प्रदेश सरकार केबिनेट ने एक अहम फैसला लेते हुए मथुरा तथा बरसाना, गोकुल, गोवर्धन, नंदगांव, राधाकुंड व बल्देव में शराब बंदी लागू करने के फैसले पर मुहर लगा दी है। केबिनेट के फैसले के अनुसार इन तीर्थ स्थलों की 32 शराब की दुकानों को अब अन्य क्षेत्रों में स्थानांतरित किया जाएगा।
कैबिनेट के फैसले के अनुसार वृंदावन क्षेत्र और बरसाना तीर्थस्थलों की पौराणिक व धार्मिक महत्ता को देखते हुए नगर पालिका वृंदावन व नगर पंचायत बरसाना के अधिसूचित क्षेत्र को धर्मार्थ कार्य विभाग ने 27 अक्तूबर 2017 को पवित्र तीर्थस्थल घोषित किया था।
इसी प्रकार नगर पंचायत गोवर्धन, राधाकुंड, नंदगांव, गोकुल व बल्देव के अधिसूचित क्षेत्रों को भी धर्मार्थ कार्य विभाग ने 22 मार्च 2018 को पवित्र तीर्थस्थल घोषित किया है। राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि वृंदावन नगर पालिका क्षेत्र को पहले से ही मद्यनिषेध क्षेत्र घोषित किया गया है, इसलिए वहां अब कोई शराब की दुकान नहीं रहेगी।
बरसाना स्थित देशी-विदेशी शराब व बीयर की दुकानें नगर पंचायत क्षेत्र के बाहर स्थानांतरित की गई हैं। इन तीर्थस्थलों में स्थित 32 शराब की दुकानों से होने वाली 11,10,60,188 रुपये के आबकारी राजस्व क्षति को कम करने के लिए इन्हें दूसरे क्षेत्रों में स्थानांतरित किया गया है।
केबिनेट द्वारा लिए गए आज के फैसले के बाद अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या उत्तर प्रदेश के अन्य धार्मिक स्थलों वाले शहरो में भी शराब बंदी लागू की जायेगी। इन शहरों में अयोध्या और वाराणसी भी शामिल हैं।