मणिशकर अय्यर बोले “क्या झूठ बोलने के लिए नरेंद्र मोदी के खिलाफ दायर करूं मुकदमा”

मणिशकर अय्यर बोले “क्या झूठ बोलने के लिए नरेंद्र मोदी के खिलाफ दायर करूं मुकदमा”

नई दिल्ली। पीएम मोदी के लिए नीच शब्द का इस्तेमाल करने पर कांग्रेस से निलंबित नेता मणिशकर अय्यर ने एक बार फिर हमला बोला है। अपने ब्लॉग में मणिशंकर अय्यर ने लिखा कि चूँकि उनकी हिंदी बहुत अच्छी नहीं है, इसलिए उन्होंने नीच शब्द का इस्तेमाल एक लेबिल शो करने के लिए इस्तेमाल किया था लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने उसे जाति से जोड़ दिया।

एनडीटीवी पर अपने ब्लॉग में मणिशंकर अय्यर ने लिखा कि “हालांकि, मेरे दिमाग में यह सवाल हमेशा कौंधता रहेगा कि क्या मेरे नीच बयान की वजह से पार्टी को कुछ सीटों का नुकसान उठाना पड़ा या पीएम मोदी ने मेरे विशेषणयुक्त बयान को जानबूझकर, तोड़-मरोड़कर उसे जातीय रंग दिया।”

ब्लॉग में मणिशंकर अय्यर ने अपनी स्कूली शिक्षा का उल्लेख करते हुए कहा कि उनके पिता ने उन्हें बेहतर शिक्षा दिलाने की कोशिश की। उन्होंने यह भी कहा कि हिंदी के शिक्षक एचडी भट्ट “शैलेश” उनके पसंदीदा टीचर थे। मणिशंकर अय्यर ने लिखा कि उनके पिता एक नामी चार्टेड एकाउंटेंट थे और उनकी मृत्यु एक प्लेन एक्सीडेंट में उस समय हो गयी जब वे मात्र 12 वर्ष के थे।

उन्होंने लिखा कि विदेश मंत्रालय में काम करने के दौरान उन्हें सभी रिपोर्ट इंग्लिश में बनानी पड़ती थीं तथा अधिकांश बातचीत भी इंग्लिश में ही करनी होती थी। उन्होंने लिखा कि जब 37 वर्ष की उम्र में उनकी पोस्टिंग पाकिस्तान में हुई उस दौरान उर्दू उनके कानो में पड़ी।

ब्लॉग में मणिशंकर अय्यर ने बार बार दोहराया कि मैंने पीएम मोदी के लिए नीच शब्द जाति के लिए नहीं किया था बल्कि प्रधानमंत्री मोदी ने इसे जाति से जोड़कर पेश किया।

गुजरात चुनाव के नतीजों को लेकर मणिशंकर अय्यर ने अपने ब्लॉग में लिखा है कि मेरे दिमाग में यह सवाल हमेशा कौंधता रहेगा कि क्या मेरे नीच बयान की वजह से पार्टी को कुछ सीटों का नुकसान उठाना पड़ा या पीएम मोदी ने मेरे विशेषणयुक्त बयान को जानबूझकर, तोड़-मरोड़कर उसे जातीय रंग दिया।

अंत में अय्यर ने एक सवाल भी पूछा है, “क्या प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ झूठ बोलकर मुझे बदनाम करने, बेइज्जत करने और मानहानि करने का मुकदमा ठोकना चाहिए?”

गौरतलब है कि मणिशंकर अय्यर द्वारा नीच शब्द का इस्तेमाल किये जाने के मामले को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात की कई चुनाव सभाओं में उठाया था। उनका कहना था कि मणिशंकर अय्यर ने मुझे नीच इसलिए कहा क्यों कि मैं छोटी जाति से आता हूँ। इस मामले को लेकर कई दिनों तक बवाल मचता रहा था।

बढ़ते दबाव के बीच कांग्रेस ने मणिशकर अय्यर को पार्टी से निलंबित कर मामला शांत करने की कोशिश की। स्वयं कांग्रेस राहुल गांधी ने भी इस मामले को लेकर गुजरात की चुनावी सभाओं में सफाई दी और कहा कि पीएम पद का सम्मान किया जाना चाहिए।

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TeamDigital