भूमि की मांग कर रहे दलित नेता मेवानी को हिरासत में लिया
अहमदाबाद। गुजरात के दलित अधिकार कार्यकर्ता जिग्नेश मेवानी और उनके 200 समर्थकों को सोमवार को हिरासत में ले लिया गया। यह सभी लोग अहमदाबाद जिला कलक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे। खबरों के मुताबिक, हिरासत में लिए जाने के दौरान मानवाधिकार संगठन की दो महिला सदस्य बेहोश हो गईं और हिरासत में लिए जाने के बाद उनकी हालत बिगड़ गई। संगठन दलितों को भूमि आवंटित किए जाने को लेकर संघर्ष कर रहे हैं।
दलित कार्यकर्ताओं को सुबह करीब 11.30 बजे शाहीबाग पुलिस मुख्यालय ले जाया गया। मेवानी का आरोप है कि कई घंटों तक उन्हें कोई चिकित्सा सुविधा मुहैया नहीं कराई गई। कार्यकर्ता अहमदाबाद जिले के ढोल्का क्षेत्र में कृषि भूमि सीलिंग (एएलसी) अधिनियम के तहत दलितों को कई वर्षो से आवंटित की गई भूमि की मांग कर रहे थे। एएलसी अधिनियम के तहत ढोल्का के सरोदा गांव में 331 आंवटी हैं, जिनमें से अधिकांश दलित हैं।
अनुरोध के बावजूद चिकित्सा सुविधा न मिलने के बाद मेवानी ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा, “गुजरात मॉडल : दयनीय, अप्रिय और विनाशकारी। बेहोश होने के एक घंटे बाद भी..महिलाओं को अस्पताल नहीं ले जाया जा रहा..ये महिलाएं वास्तविक मालिक हैं..हम सभी को हिरासत में रखा गया है और हम किसी भी चीज का सामना करने के लिए तैयार हैं।”
उन्होंने लिखा, “ये आंदोलन अब रुकने वाला नहीं है..हमें किसी भी कीमत पर अपनी जमीन चाहिए।” मेवानी ने कहा कि क्षेत्र में दलितों को केवल कागज पर ही भूमि आवंटित की गई है। उन्होंने जिला कलेक्टर को चेतावनी दी कि अगर आवंटन प्रक्रिया तत्काल शुरू नहीं की गई तो कार्यकर्ता अहमदाबाद में व्यस्त इनकम टैक्स क्रॉसरोड्स से रास्ता रोको अभियान शुरू करेंगे।