ब्रिटिश अख़बार का खुलासा: मोदी राज में अडानी समूह की कम्पनी ने की 1500 करोड़ की हेराफेरी
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी माने जाने वाले उधोगपति गौतम अडानी की कम्पनी पर फ़र्ज़ी बिलो के ज़रिये 1500 करोड़ रुपये टेक्स की हेराफेरी करने का आरोप लगा है।
ब्रिटश अख़बार द गार्जियन ने डीआरआई के दस्तावेज के हवाले से कहा कि अडानी समूह ने महाराष्ट्र की एक बिजली परियोजना के लिए शून्य या बहुत कम ड्यूटी वाले सामानों का निर्यात किया और उनका दाम वास्तविक मूल्य से कई गुना बढ़ाकर दिखाया ताकि बैंकों से कर्ज में लिया गया पैसा विदेश भेजा सके।
अख़बार के मुताबिक अडानी समूह ने दुबई की एक जाली कंपनी के माध्यम से अरबों रुपये का सामान महाराष्ट्र की एक बिजली परियोजना के लिए मंगाया और बाद में कंपनी ने वही सामान अडानी समूह को कई गुना ज्यादा कीमत पर बेच दिया। अडानी समूह ने इन सामान की कीमत बिल में औसतन चार गुना ज्यादा दिखायी थी।
अख़बार के अनुसार अडानी समूह ने दक्षिण कोरिया और दुबई की कंपनियों के माध्यम से मारीशस स्थित एक ट्रस्ट को पैसा पहुंचाया जिस पर अडानी समूह के सीईओ गौतम अडानी के बड़े भाई विनोद अडानी का नियंत्रण है।
इतना ही नहीं अडानी समूह ने जो पैसा विदेश भेजा है उसका बड़ा हिस्सा भारतीय स्टेट बैंक और आईसीआईसीआई बैंक से लोन (कर्ज) के तौर पर लिया गया था। डीआरआई ने दोनों बैंकों पर किसी भी गैर-कानूनी गतिविधि का आरोप नहीं लगाया है।