बैकफुट पर आये योगी, चुनाव आयोग से कहा ‘अब नहीं दुंगा ऐसा बयान’

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में प्रचार के दौरान कई नेताओं ने अपने भाषणों में मर्यादाओं को लांघते हुए धार्मिक कटटरता वाले बयान दे रहे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी चुनाव प्रचार के दौरान अली और बजरंगवली वाला बयान दिया।
योगी आदित्यनाथ के बयान पर संज्ञान लेते हुए चुनाव आयोग ने जिलाधिकारी से पूरी रिपोर्ट तलब करने के बाद योगी आदित्यनाथ के भाषण को आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया।
चुनाव आयोग के नोटिस पर जबाव देते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने बयान पर खेद प्रगट करते हुए चुनाव आयोग को भरोसा दिलाया है कि वे फिर कभी इस तरह का बयान नहीं देंगे।
आदित्यनाथ ने लखनऊ में मुख्य चुनाव अधिकारी को अपना जवाब सौंपा है। जिसमे कहा गया है कि उनके बयान का उद्देश्य गलत नहीं था लेकिन वे भविष्य में इस तरह का बयान नहीं देंगे।
गौरतलब है कि योगी आदित्यनाथ ने मेरठ की एक चुनाव सभा में चुनावों की तुलना इस्लाम में श्रद्धेय ‘अली’ और हिंदू देवता बजरंग बली के बीच मुकाबले से की थी। आदित्यनाथ ने कहा था, “अगर कांग्रेस, सपा, बसपा को ‘अली’ पर विश्वास है तो हमें ‘बजरंग बली’ पर विश्वास है।
चुनाव आयोग ने बसपा सुप्रीमो मायावती को भी आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का नोटिस भेजा था। यह नोटिस मायावती के उस बयान के लिए दिया गया था जिसमे उन्होंने मुस्लिम मतदाताओं से वोट न बंटने देने की अपील की थी। मायावती ने देवबंद की सभा में दिए अपने भाषण में मुसलमानों से किसी विशेष पार्टी को वोट न देने की अपील की थी।