बेटा ढूंढकर ला दो घर बेचकर दे दूंगी इनाम : नजीब की मां
नजीब की मां फातिमा ने रुंधे हुए गले से लोकभारत के कार्यकारी संपादक राजा ज़ैद से कहा कि ‘मैं हर उस दरवाजे पर जाउंगी जहाँ से मुझे मेरे बेटे की जानकारी मिल सकती हो । फातिमा ने कहा कि मुझे पुलिस सपोर्ट करने की जगह प्रताड़ित करती है, मेरी दिमागी हालत अब पहले जैसी नही, मैं अब चक्कर लगाते लगाते टूट चुकी हूँ।
नई दिल्ली । अपने गुमशुदा बेटे की तलाश में दिल्ली में ख़ाक छान रही नजीब की मां पर न दिल्ली पुलिस को रहम आ रहा है और न ही सरकार को । दर दर भटक रही नजीब की मां फातिमा को कभी जेएनयू तो कभी पुलिस स्टेशन के चक्कर लगाने के अलावा कुछ और समझ ही नहीं आ रहा । फातिमा को अपने बेटे की गुमशुदगी के पीछे कोई बड़ी साजिश दिख रही है ।
नजीब की मां फातिमा ने रुंधे हुए गले से लोकभारत के कार्यकारी संपादक राजा ज़ैद से कहा कि ‘मैं हर उस दरवाजे पर जाउंगी जहाँ से मुझे मेरे बेटे की जानकारी मिल सकती हो । फातिमा ने कहा कि मुझे पुलिस सपोर्ट करने की जगह प्रताड़ित करती है, मेरी दिमागी हालत अब पहले जैसी नही, मैं अब चक्कर लगाते लगाते टूट चुकी हूँ।’ फातिमा ने कहा कि मैं पिछले 24 दिनों से सड़को पर भटक रही हूँ, सरकार की तरफ से कोई मेरी मदद में नहीं आ रहा, पुलिस मुझे प्रताड़ित कर रही है।
जेएनयू के छात्र-छात्राओं के साथ पुलिस मुख्यालय पर प्रदर्शन करने के लिए पहुंची गायब छात्र नजीब की मां फातिमा ने पुलिस अधिकारियों के साथ मुलाकात करने के बाद कहा कि वह तबतक सड़कों पर बैठी रहेगी, जबतक की उसका बेटा नहीं मिल जाता है। बेटे को याद कर वह फफक-फफक कर रो पड़ती है। सोमवार शाम पुलिस मुख्यालय पर छात्र-छात्राओं के साथ पहुंचने के बाद वह आला अधिकारियों के पास पहुंची।
मुख्यालय में उसकी मुलाकात दोनों स्पेशल कमिश्नर-लॉ एंड ऑर्डर- पी. कामराज व एसबीके सिंह और दो ज्वाइंट कमिश्नर- साउथ वेस्टर्न रेंज-दीपेंद्र पाठक और साउथ ईस्टन रेंज- आर.पी. उपाध्याय से मुलाकात की। इसके अलावा मामले की जांच की मॉनिटरिंग कर रहे डीसीपी मनीषी चंद्रा भी इस दौरान मौजूद थे। सभी वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें जांच को लेकर की गई कवायद के बारे में बताया और यह आश्वासन दिया कि वे जल्द ही नजीब को ढूंढ निकालेंगे।
घर-बार बेच कर दे दूंगी ईनाम
वहीं जब नजीब की मां से कहा गया कि पुलिस ने उसकी सूचना देने वालों को दो लाख रुपये का ईनाम देने की घोषणा की है तो उनका जवाब था कि पुलिस क्या वह खुद ही ईनाम दे देगी। जो भी उसके बेटे के बारे में जानकारी देगा वह उसे अपना घर-बार बेचकर ईनाम दे देगी। पुलिस क्या कर रही है, इससे उसका कोई लेना-देना नहीं है। उसे तो बस अपना बेटा चाहिए।
बेटे को जानबूझ कर गायब किया गया
नजीब की मां ने तो यहां तक कह दिया कि उसके बेटे को जानबूझ कर गायब किया गया है। जिस दिन से वह गायब हुआ है, उस दिन सुबह के वक्त तक उसकी उससे बात हुई है। वह जब दिल्ली पहुंची तो उसने कहा कि वह उसके पास हॉस्टल आ रही है। वह उसका इंतजार करे। इसके कुछ देर बाद ही वह अचानक से गायब हो गया। इसका मतलब है कि किसी ने उसे जानबूझ कर गायब कर दिया है।