बेंगलुरु में मिले दस हज़ार फर्जी वोटर कार्ड का मामला लेकर चुनाव आयोग पहुंची कांग्रेस
नई दिल्ली। बेंगलुरु के राजेश्वरी इलाके में एक फ्लेट से करीब दस हज़ार फर्जी इलेक्शन आई कार्ड मिलने से मचे हडकम्प को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने इसे बीजेपी की साजिश करार देते हुए बीजेपी पर धन बल के इस्तेमाल का आरोप लगाया है।
कांग्रेस ने मामले को लेकर चुनाव आयोग में भी शिकायत दर्ज कराई है। बुधवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा और मोतीलाल वोरा की अगुवाई में कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग से मुलाकात की और कार्रवाई करने की मांग की।
बुधवार को कांग्रेस नेता चुनाव आयोग से भी मिले। कांग्रेस नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने कहा कि “कांग्रेस नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है। मतदाताओं को प्रभावित करने और चुनाव जीतने के लिए भाजपा साजिश कर रही है और धन-बल का इस्तेमाल कर रही है।”
आनंद शर्मा ने कहा कि “कर्नाटक में भाजपा की हार तय है। बीती रात भाजपा ने छापा डलवाया था। इसमें चुनाव आयोग या पुलिस शामिल नहीं थी बल्कि ये भाजपा के लोग थे। भाजपा बड़ी मात्रा में धन का इस्तेमाल कर रही है। जहां से वोटर कार्ड मिले हैं वह भी भाजपा के कार्यकर्ता का है और उसे भाजपा के कार्यकर्ता को ही किराए पर दे रखा है।”
उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान केंद्र की एजेंसियां और इनकम टैक्स विभाग कांग्रेस उम्मीदवारों के यहां छापे डाल रहा है। एक भी भाजपा उम्मीदवार के यहां छापे नहीं डाले गए हैं। पूरा केंद्रीय मंत्रीमंडल, भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने कर्नाटक में डेरा डाल रखा है।
चुनाव आयोग से शिकायत में कांग्रेस ने कहा कि इस बात की जांच की जानी चाहिए कि कितने हवाई जहाज और हेलीकॉप्टर चार्टर किए गए हैं। कितना खर्चा किया जा रहा है। मध्य रात्रि में जहां छापे डाले गए वहां खुद केंद्रीय मंत्री जावड़ेकर मौजूद थे।
शिकायत में चुनाव आयोग से कहा गया है कि जिस भाजपा नेता की नामजद रिपोर्ट इस मामले में की गई है उसे गिरफ्तार किया जाए। केंद्रीय एजेंसियों और इनकम टैक्स विभाग को निर्देश दिए जाएं कि चुनाव के दौरान कांग्रेस उम्मीदवारों के यहां प्रायोजित छापे न डलवाएं जाएं।
इससे पहले बेंगलुरु में फर्जी वोटर आईडी कार्ड मिलने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस करने आए कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा था कि हमने बेंगलुरु के आरआर नगर के एक फ्लैट से 9746 वोटर आईडी कार्ड बरामद किए हैं। शुरुआती जांच में ये सभी वोटर कार्ड वास्तविक लग रहे हैं। हालांकि इसके पीछे का माजरा क्या है यह उचित जांच के बाद ही बताया जा सकता है। निर्वाचन अधिकारी ने आश्वासन देते हुए कहा कि इस मामले से जुड़े लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि जहां से फर्जी वोटर कार्ड बरामद होने की बात कही जा रही है, उस फ्लैट की मालिक मंजुला नंजामुरी ने कहा है कि वह 1997 से 2002 तक सभासद रह चुकी हैं। इसमें भाजपा ने उनकी मदद की थी। मैं एक हाउस वाइफ थी और भाजपा ने उनकी सभासद बनने में मदद की इसलिए वह खुद को उनकी ‘शरण’ में मानती हैं। उन्होंने कहा कि मैं कभी भी कांग्रेस के साथ नहीं रही और न ही भविष्य में उनके साथ जुडुंगी।
मंजुला ने कहा कि राकेश उनके फ्लैट में बतौर किराएदार नहीं है बल्कि रेखा और रंगाराजू किराएदार हैं। उन्होंने इसे पांच अप्रैल को किराए पर यह कहकर लिया कि वह अपने दफ्तर के स्टाफ के लिए इसे ले रहे हैं।