बुलंदशहर हिंसा पर बीजेपी नेताओं की लीपापोती की कोशिश, आज़म खान ने जताया ये शक

नई दिल्ली। बुलंदशहर के स्याना में गौकशी के शक में फैली हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की मौत के बाद पुलिस जांच में भारतीय जनता पार्टी के यूथ विंग और बजरंगदल नेताओं के नाम सामने आने के बाद जहाँ बीजेपी नेता पूरे मामले पर लीपापोती करने की कोशिश कर रहे हैं वहीँ पूर्व केबिनेट मंत्री आज़म खान ने पूरी घटना को लेकर बड़ी शंका ज़ाहिर की है।
सपा नेता आजम खान ने कहा कि दो मौतें हुई हैं। जो बात सुनने में आ रही है और अगर में इस बात को जुबान से कहूंगा तो माहौल खराब होगा। उन्होंने कहा कि एसआईटी अगर जाँच करेगी तो उसे यह जाँच भी करनी चाहिए के आखिर इस काविले एतेराज़ गोश्त को यहां लाया कौन था।
आज़म ने कहा कि यह भी जांच होनी चाहिए कि वहां गोश्त लाने का काम किया किसने था क्योंकि वहां तो दूर-दूर तक अल्पसंख्यकों की आबादी नहीं है और इस सारी भीड़ में कोई शख्स ऐसा नहीं है और अभी तक कोई सुराग भी नहीं है।
वहीँ इस पूरे प्रकरण पर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी लीपापोती करते नज़र आये। नकवी ने कहा है कि बुलंदशहर में जो कुछ भी हुआ है उसकी वजह से मानवता शर्मसार हो गई। राज्य सरकार ने आश्वासन दिया है कि जो भी इस घटना के जिम्मेदार हैं उनको न्याय की परिधि में लाया जाएगा। उन्होंने लोगों से शांति से अपील करते हुए कहा कि ऐसे लोगों से सतर्क रहें जो अपने फायदे लिए अशांति फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि यह हैरत वाली बात है कि कि कैसे उस अधिकरी की हत्या कर दी गई जिसने अखलाक मामले की जांच की थी. इन लोगों को कानून को हाथ में लेने का अधिकार किसने दिया है। राज्य की चिंता करने के बजाए सीएम योगी तेलंगाना में जहर फैला रहे हैं।
बता दें कि सोमवार (3 दिसंबर) को बुलंदशहर के स्याना थाना क्षेत्र के एक खेत में गोकशी की आशंका के बाद बवाल शुरू हुआ। जिसकी शिकायत मिलने पर सुबोध कुमार पुलिसबल के साथ मौके पर पहुंचे थे। इस मामले में एफआईआर दर्ज की जा रही थी, इतने में ही तीन गांव से करीब 400 लोगों की भीड़ ट्रैक्टर-ट्राली में कथित गोवंश के अवशेष भरकर चिंगरावठी पुलिस चौकी के पास पहुंच गई और जाम लगा दिया।
इसी दौरान भीड़ जब उग्र हुई तो पुलिस ने काबू पाने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़े और जल्द ही वहां फायरिंग भी होने लगी। जिसमें सुबोध कुमार घायल हो गए और एक युवक भी जख्मी हो गया। सुबोध कुमार को अस्पताल ले जाने से रोका गया और उनकी कार पर जमकर पथराव भी किया गया।
लिस ने इस मामले में सोमवार देर रात छापेमारी कर तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किये गए लोगों के नाम जिन तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है वो देवेंद्र, चमन और आशीष चौहान हैं।
इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हत्या का षड़यंत्र रचने वालो के तार बीजेपी और हिन्दू संगठनों से जुड़े बताये जाते हैं। मीडिया खबरों के मुताबिक योगेश राज (जिला अध्यक्ष, प्रवीण तोगड़िया ग्रुप), उपेंद्र राघव (बजरंग दल), शिखर अग्रवाल (पूर्व अध्यक्ष, भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा) का नाम सुबोध सिंह की हत्या के साजिश रचने में आ रहा है।
पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर में भी योगेश राज का नाम है। एफआईआर के मुताबिक, योगेश राज अपने साथियों के सात मिलकर भीड़ को भड़का रहा था। योगेश राज शिकायत करने वालों में शामिल था।