बीजेपी सांसदों ने उड़ाई संसद की गरिमा की धज्जियाँ, शपथ संविधान की लेकिन ….

बीजेपी सांसदों ने उड़ाई संसद की गरिमा की धज्जियाँ, शपथ संविधान की लेकिन ….

नई दिल्ली। नव निर्वाचित सांसदों को संसद सत्र के पहले दिन शपथ दिलाये जाने के दौरान बीजेपी सांसदों ने संसद की गरिमा की धज्जियाँ उड़ा कर रख दीं। जब सांसदों के शपथ लेने का काम चल रहा था तब बीजेपी सांसदों ने संसद में जय श्री राम और बंदे मातरम के नारे लगाए।

जब आल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी जैसे ही अपनी सीट से उठकर शपथ लेने पहुंचे तो बीजेपी सांसदों को जय श्री राम और वंदे मातरम के नारे लगाते देखा गया।

बीजेपी सांसदों की इस हरकत पर ओवैसी ने कहा कि ‘अच्छा है मुझे देखकर उन्हें ये शब्द याद आए, काश उन्हें बिहार में बच्चों की मौत भी याद आ जाए।’ शपथ के अंत में ओवैसी ने भी जय भीम, जय मीम, अल्लाह-हू-अकबर और जय हिन्द के नारे लगाए। संसद में अनावश्यक नारेबाजी का सिलसिला यहीं नहीं थमा।

जब उत्तर प्रदेश के संभल से चुने गए सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क के शपथ लेने के दौरान भी जय श्री राम और वंदे मातरम के नारे लगाए गए। इस पर शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा कि भारत का संविधान जिंदाबाद लेकिन जहां तक वंदे मातरम का सवाल है यह इस्लाम के खिलाफ है और हम इसका पालन नहीं कर सकते। सांसद के यह कहते ही सदन में जोर-जोर से शेम-शेम के नारे गूंजने लगे।

बीजेपी और उसके सहयोगी दलों के सांसदों द्वारा जय श्री राम और वंदे मातरम के नारे लगाए जाने पर डिप्टी स्पीकर ने कहा कि सिर्फ शपथ ही रिकॉर्ड में जाएगी, बाकी कुछ भी दर्ज नहीं किया जाएगा।

हालाँकि बीजेपी और उसके सहयोगी दलों के सदस्यों द्वारा संसद में पहली बार जयश्री राम और वंदे मातरम के नारे नहीं लगाए गए हैं। लेकिन अहम सवाल यह उठता है कि जब शपथ संविधान की ली जा रही है तो जय श्री राम और वंदे मातरम के नारे लगाने के पीछे बीजेपी और उसके सहयोगी दलों के सांसदों की क्या मज़बूरी है।

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TeamDigital