बीजेपी में मुसलमानो के पसंदीदा नेता नकवी और शहनवाज़ नहीं बल्कि सुषमा स्वराज हैं
ब्यूरो। देश में 1992 में बाबरी मस्जिद विध्वंश के बाद बदली राजनीति के बाद मुसलमानो और बीजेपी में 36 का आंकड़ा माना जाता है लेकिन इन सब से दूर बीजेपी में एक ऐसा चेहरा भी है जिसे मुस्लिम समुदाय अविवादित मानता है।
मुस्लिम समुदाय से जुड़े बुज़ुर्गो की माने तो मौजूदा मोदी सरकार में यदि कोई मंत्री अच्छा काम कर रहा है तो वे सुषमा स्वराज हैं। दिल्ली की एक मुस्लिम बाहुल्य बस्ती में कई लोगों से बातचीत में ये खुलासा हुआ । इस बस्ती के अधिकांश लोगों को बीजेपी नेता शहनवाज़ हुसैन और मुख्तार अब्बास नकवी से कोई खास उम्मीद नहीं है। लोगों का कहना है कि वे अपनी कुर्सी की खातिर कभी पार्टी लाइन से अलग हटकर मुसलमानो के पक्ष में नहीं बोल सकते।
मुस्लिम लोगों के अनुसार कई मौको पर सुषमा स्वराज ने साबित कर दिया कि वे बीजेपी से अलग हटकर काम करती हैं और उनके लिए धर्म महत्व नहीं रखता। मुस्लिम लोगों का मानना है कि सुषमा स्वराज ने बीजेपी के चुनावी मंच से कभी कहीं कोई बयान मुस्लिमो के खिलाफ दे दिया हो तो अलग बात है लेकिन काम के मामले में उन्होंने हिन्दू मुस्लिम भेदभाव नहीं किया।
लोगों के अनुसार सुषमा स्वराज के विदेश मंत्री बनने के बाद कई मौके ऐसे आये जब उन्होंने आगे आकर मुस्लिमो की मदद की है। विदेशो में फंसे भारतीय मूल के मुस्लिमो का मामला हो या पाकिस्तान में फंसे कुलभूषण जाधव का मामला, सुषमा स्वराज ने अपनी ज़िम्मेदारियों को बखूबी निभाया है।
लोगों का मानना है कि आज की तारीख में मोदी सरकार के अल्पसंख्यक चेहरे कहे जाने वाले मुख़्तार अब्बास नकवी से ज़्यादा लोकप्रिय सुषमा स्वराज हैं। मुस्लिम समुदाय मानता है कि सुषमा स्वराज ने कभी कोई ऐसा बयान नहीं दिया जिस से मुस्लिमो को ठेस पहुंची हो। इतना ही नहीं सऊदी अरब में फंसे भारतीय लोगों को स्वदेश वापस लाने के लिए सुषमा स्वराज ने बतौर विदेश मंत्री जो प्रयास किये उन्हें नज़रअंदाज नहीं किया जा सकता।
मुस्लिम लोगों ने कहा कि सुषमा स्वराज ने मुस्लिमो के लिए जो काम किये हैं उससे मुस्लिम लोगों में उनके प्रति भरोसा पैदा हुआ है। जब कई मुस्लिम व्यक्तियों से सवाल किया गया कि क्या सुषमा स्वराज को देश का प्रधानमंत्री होना चाहिए तो अधिकांश लोगों ने उन्हें पीएम नरेंद्र मोदी से बेहतर बताया। लोगों ने कहा कि सुषमा स्वराज एक निर्विवाद चेहरा हैं। विदेश मंत्री रहते हुए उन्होंने जो काम किये हैं उसके बाद यदि वे प्रधानमंत्री बनती हैं तो मुस्लिम समुदाय इससे खुश होगा।