बीजेपी पीडीपी गठबंधन में दरार, महबूबा ने किया अलगाववादियों पर कार्रवाही का विरोध

बीजेपी पीडीपी गठबंधन में दरार, महबूबा ने किया अलगाववादियों पर कार्रवाही का विरोध

श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में बीजेपी पीडीपी के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा। हाल ही में मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती के आये बयानों से साफ़ होता है कि जम्मू कश्मीर में बीजेपी पीडीपी गठबंधन अब कभी भी खत्म हो सकता है।

कश्मीर में अलगाववादी नेताओं पर की गयी कार्रवाही पर विरोध जताते हुए महबूबा मुफ़्ती ने कहा कि किसी की सोच को ना तो मारा जा सकता और ना ही जेल में डाला जा सकता है। महबूबा ने यह भी कहा कि बॉर्डर पार से श्रीनगर-मुजफ्फराबाद के जरिए होने वाले व्यापार को बंद नहीं किया जाना चाहिए।

इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए महबूबा ने  कहा कि इस वक्त कश्मीर के लोग टास्क फोर्स ने नहीं डरते, उनको पुलिस का भी डर नहीं है, वे लोग आर्मी से भी नहीं डरते। महबूबा ने कहा कि इस वजह से ही पत्थरबाजी नहीं रुक रही और बंदूकों का भी इस्तेमाल हो रहा है।

महबूबा ने इसे अपने आप में दूसरे तरीके का चैलेंज बताया। महबूबा ने कहा कि उनके पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद भी चाहते थे कि कश्मीर को कैद में बंद करके ना रखा जाए।

महबूबा ने कारगील-अस्कआरडू, जम्मू-सियालकोट और लेह-जिंगजान के रास्तों को खोल देने की भी बात कही। महबूबा ने कहा कि कश्मीर को फिर से खुशहाल करना है तो सभी पार्टियों को एकसाथ आगे आना होगा। इसमें उन्होंने नेशनल कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस, बीजेपी, कम्यूनिस्ट समेत बाकी सभी पार्टियों का नाम लिया।

इससे पहले महबूबा मुफ्ती ने चेतावनी दी थी कि अगर जम्मू कश्मीर के लोगों को मिले विशेषाधिकारों में किसी तरह का बदलाव किया गया तो राज्य में तिरंगा को थामने वाला कोई नहीं रहेगा।

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TeamDigital