बीजेपी नेताओ पर कार्रवाही करने वाली महिला अधिकारी का ट्रांसफर, फेसबुक पर व्यक्त किया दुःख
नई दिल्ली। पिछले दिनों बुलंदशहर में ट्रेफिक नियमो का उल्लंघन करने के आरोप में बीजेपी नेताओं पर कार्रवाही करने वाली महिला पुलिस अधिकारी श्रेष्ठा ठाकुर को तबादला कर दिया गया।
तबादला होने के बाद इस महिला पुलिस अधिकारी ने अपने फेसबुक टाइमलाइन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे अच्छे काम का इनाम बताया है। इस महिला पुलिस अधिकारी का बहराइच ट्रांसफर किया गया है।
गौरतलब है कि महिला पुलिस अधिकारी श्रेष्ठा ठाकुर ने पांच बीजेपी नेताओं को सरकारी काम में बाधा डालने के चलते जेल भेज दिया था। मामला एक एक हफ्ते पहले का है जब ट्रैफिक रूल तोड़ने पर पुलिस ने भाजपा कार्यकर्ता का चालान काट दिया था। इसके बाद अन्य भाजपा कार्यकर्ताओं ने महिला CO श्रेष्ठा ठाकुर से बदसलूकी की। इतना ही नहीं, जिन कार्यकर्ताओं को पुलिस ने पकड़ा था, उन्हें भी कोर्ट परिसर से छुड़ाने की कोशिश की गई।
कार्यकर्ताओं और महिला CO के बीच भी जमकर बहस हुई। कार्यकर्ताओं का आरोप था कि पुलिस बीजेपी से जुड़े ही लोगों के खिलाफ कार्रवाई करती है और ट्रैफिक नियमों के नाम पर घूसखोरी की जाती है। हालांकि सीओ ने इन आरोपों की सिरे से नकार दिया।
महिला CO ने मीडिया को बताया, “मामला चालान का था। प्रमोद के पास पूरे दस्तावेज नहीं थे। पहले उन्होंने मेरे साथ बदतमीजी की। इसके बाद दूसरे पुलिस अधिकारियों के साथ भी बदसलूकी की गई।”
हिन्दुस्तान टाइम्स के अनुसार, ठाकुर के तबादले के बाद स्थानीय नेता इसे अपना सम्मान मान रहे हैं और इसके साथ ही आला अधिकारियों से महिला अफसर के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं। बुलंदशहर के बीजेपी अध्यक्ष मुकेश भारद्वाज ने कहा कि ठाकुर पर सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ और अन्य नेताओं पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने का मामला दर्ज कराया गया है।