बीजेपी के दलित सांसदों के पीएम् को पत्र : दलितों पर हमले रोकने को कदम उठायें
नई दिल्ली । दलितों पर हो रहे हमलो पर नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए एनडीए सरकार के दलित सांसदों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूरी एनडीए सरकार से इन मामलों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने के लिए कहा है। सासंदों ने हो रहे अत्याचारों को गऊ रक्षा के नाम पर हो रही गुंडागर्दी और मानवता और देश के लिए दाग बताया है।
सांसद चाहते हैं कि इन मामलों को कम करने के लिए पीएम मोदी कड़ा संदेश दें। कुछ सांसदों ने कहा कि इन सब से विकास और सामाजिक समरसता का जो संदेश पीएम मोदी देना चाहते हैं वह कहीं पीछे छूटता जा रहा है। सांसदों के ये बयान बीजेपी की सहयोगी पार्टी RPI के नेता रामदास अठावले के बयान के बाद आए हैं।
पीएम मोदी की कैबिनेट में सामाजिक न्याय मंत्रालय में राज्यमंत्री रामदास अठावले ने शनिवार को गऊ रक्षकों को कड़ा संदेश दिया था। उन्होंने कहा था, ‘गोरक्षा जरूरी है लेकिन इंसानों को कौन बचाएगा?’ अठावले ने जोर देकर कहा कि गुजरात में दलितों पर हुए हमले जैसी घटनाएं भविष्य में दोहराई नहीं जानी चाहिए।
अब यूपी के नगीना से सांसद यशवंत सिंह ने कहा, ‘उन लोगों को गऊ रक्षा करनी सीखनी चाहिए। गाय की रक्षा का मतलब होता है गाय को पालना, उन्हें अच्छा खाना देना, यह देखना कि जो उन्हें खाना और पानी दिया जा रहा है वह साफ हो। दलितों को मरी हुई गाय की खाल उतारने पर मारना गऊ रक्षा नहीं है। यह उनको समाज द्वारा दिया गया काम है।’
वहीं यूपी के मोहनलालगंज से सांसद कौशल कुमार ने भी दलितों पर हो रहे अत्याचार का विरोध किया। उन्होंने कहा, ‘इस तरह का काम करने वालों को पहले पूरी बात जान लेनी चाहिए। सभी राज्य सरकारों को ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त एक्शन लेना चाहिए। मुझे शक है कि यह सच में गऊ रक्षा है या फिर कोई राजनीतिक साजिश।’
इटावा से सांसद अशोक कुमार ने इसे मानवता पर धब्बा बताया। उन्होंने कहा, ‘मुझे यह सब राजनीतिक साजिश लगती है। क्योंकि पीएम तो सामाजिक समरसता लाने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन कुछ लोग माहौल खराब कर रहे हैं।’
वहीं कुछ सांसद ऐसे भी हैं जिन्हें यह सब नया नहीं लगता। बिहार से सांसद छेदी पासवान ने कहा कि ऐसी घटनाएं देश में होती आई हैं। उन्होंने कहा कि इस देश में पत्थर को भगवान बनाकर पूजा जाता है, कुत्ते को सबसे वफादार माना जाता है और सांप को दूध पिलाया जाता है लेकिन लोगों के साथ अच्छा बर्ताव नहीं किया जाता। उन्होंने अमित शाह को ‘बड़ा’ नेता बताते हुए यह भी कहा कि उन्हें इस मामले में बोलने की कोई जरूरत ही नहीं है।