बीजेपी का ‘संकल्प पत्र’ सिर्फ एक व्यक्ति के ‘मन की बात’, जनता को नहीं मिली जगह: कांग्रेस
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपना घोषणापत्र जारी कर दिया है। बीजेपी के घोषणापत्र पर कांग्रेस ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। बीजेपी के संकल्प पत्र को कांग्रेस ने ‘वादा खिलाफी पत्र’ बताया।
कांग्रेस ने कहा कि बीजेपी के घोषणापत्र की तस्वीर बताती है कि हमारे लिए देश के लोग महत्वपूर्ण हैं और उनके लिए अपना चेहरा। हमारे घोषणापत्र में देश के करोड़ों लोगों के विचारों का समावेश है, जबकि बीजेपी के घोषणापत्र में सिर्फ एक व्यक्ति के ‘मन की बात’। अब देश अपने ‘मन का फैसला’ सुनाएगा’।
कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने एक प्रेस कॉन्फेंस के दौरान बीजेपी के संकल्प पत्र पर निशाना साधते हुए इसे झूठ का वादा बताया। पटेल ने कहा कि बीजेपी के घोषणापत्र में सिर्फ मैं, मेरा और मेरा अहंकार शामिल है। एक तरफ हमारे घोषणापत्र के फ्रंट पर देश की जनता की तस्वीर है तो बीजेपी के संकल्प पत्र पर सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर है।
उन्होंने कहा कि ये सिर्फ झूठ का गुब्बारा है, इससे अच्छा होता कि बीजेपी माफीनामा जारी कर देते। उन्होंने कहा कि आज देश में बेरोजगारी है लेकिन 2014 में किए गए रोजगार, महिला सुरक्षा आदि वादों का क्या हुआ। उन्होंने कहा, ‘झूठ का गुब्बारा ज्यादा समय तक नहीं चलने वाला है। सब लोगों को हमेशा के लिए गमुराह नहीं किया जा सकता है।’
पटेल ने कहा, ‘बीजेपी जो वादे करती है वह कभी निभाती नहीं है। जिस तरह के वादे किए गए हैं, यह चलने वाला नहीं है। 5 साल में बीजेपी को हिसाब देना चाहिए कि बेरोजगारी, किसानों और व्यापारियों के लिए जो वादे किए गए हैं उनका क्या हुआ। रोजगार के लिए कोई ठोस कदम इसमें नहीं है। बीजेपी के इस घोषणापत्र का देश से वास्ता नहीं है। बहुत हो गया है, देश की जनता अच्छी तरह से आपको जान चुकी है।’
2014 में बीजेपी ने चौकीदार का वादा किया था लेकिन पांच साल बाद मिला चोर:सुरजेवाला
वहीं, इस दौरान पार्टी के प्रवक्ता सुरजेवाला ने बीजेपी के घोषणापत्र को जुमला और झांसों का पत्र कहा है। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने एक बार फिर झांसा पत्र तैयार किया है और देश की जनता उनको खारिज करेगी। सुरजेवाला ने कहा, ‘मोदी सरकार के ‘जुमलापत्र’ में नोटबंदी, जीएसटी और कालाधन का कहीं भी जिक्र नहीं है। बीजेपी ने 2014 में देश के युवाओं को 2 करोड़ हर साल रोजगार देने का वादा किया था, लेकिन हकीकत यह है कि चार करोड़ नौकरियां चली गईं। देश में हालत यह है कि बेरोजगारी दर 45 साल के उच्चतम स्तर पर है’।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ‘बीजेपी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में 80 लाख करोड़ कालाधन लाने का वादा किया था। साथ ही लोगों के खाते में 15-15 लाख रुपये देने का भी वादा किया था, लेकिन यह सारे वादे जुमले साबित हुए। उलटे मोदी सरकार ने नोटबंदी और जीएसटी लागू कर आम जनता को लूटने का काम किया और जनता से इकट्ठा किए गए पैसे को नीरव मोदी और मेहुल चोकसी जैस चंद उद्योपतियों को दे दिया’।
कांग्रेस ने बीजेपी के संकल्प पत्र को जुमला मैनिफेस्टो बताया है। कांग्रेस ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भी मोदी सरकार को घेरा है। ट्वीट में कहा गया है कि पांच साल पहले भ्रष्टाचार से छुटकारा दिलाने का वादा किया गया था, लेकिन पांच साल बाद भी लोकपाल को नियुक्त नहीं किया गया। नोटबंदी और राफेल जैसे घोटाले हुए। पार्टी ने एक और ट्वीट किया है, जिसमें कहा गया है कि 2014 में बीजेपी ने ‘चौकीदार’ का वादा किया था, लेकिन पांच साल बाद ‘मिला चोर’।