बिहार में बीजेपी को महंगी पड़ सकती है शत्रु से शत्रुता

बिहार में बीजेपी को महंगी पड़ सकती है शत्रु से शत्रुता

नई दिल्ली। 2019 का लोकसभा चुनाव बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा कौन सी पार्टी से लड़ेंगे, इसे लेकर अभी से कयास लगना शुरू हो गए हैं। हालाँकि शत्रुघ्न सिन्हा कई बार कह चुके हैं कि वे अगला लोकसभा चुनाव बीजेपी के टिकिट पर ही लड़ें ये ज़रूरी नहीं है लेकिन ये तय है कि वे अगला चुनाव पटना साहिब से ही लड़ेंगे।

बीजेपी में टीम मोदी-शाह से मतभेदों के चलते शत्रुघ्न सिन्हा पिछले काफी समय से पार्टी लाइन से अलग हटकर राय रखते आ रहे हैं। अहम मौको पर उन्होंने पीएम मोदी से लेकर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और यहाँ तक कि मोदी सरकार की भी खुलकर आलोचना की है।

बीजेपी में जिस तरह का माहौल है उससे शत्रुघ्न सिन्हा संतुष्ट नहीं हैं। इसलिए वे बहुत पहले वन मैं शो और टू मैंन आर्मी कहकर पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की जोड़ी को लेकर सवाल उठा दिए थे।

शत्रुघ्न सिन्हा ने नोटबंदी, जीएसटी जैसे अहम मुद्दों पर भी सरकार की खुली आलोचना करके ये संकेत दे दिए हैं कि यदि पार्टी उन पर कोई कार्यवाही भी करती है तब भी अपनी बात कहने से पीछे नहीं हटेंगे।

जैसे जैसे 2019 के लोकसभा के चुनाव का समय करीब आता जा रहा है, वैसे वैसे अब यह सवाल भी बड़ा होता जा रहा है कि शत्रुघ्न सिन्हा का अगला राजनैतिक घर किस पार्टी में बनने वाला है। चूँकि शत्रुघ्न सिन्हा विपक्ष के कई नेताओं से नजदीकियां बनाये हुए हैं। इसलिए ये अंदाजा लगाना बेहद मुश्किल है कि वे अगला ठिकाना किस पार्टी में बना रहे हैं।

शत्रुघ्न सिन्हा आम आदमी पार्टी के नेताओं के भी सम्पर्क में हैं। उन्होंने कई मौको पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल और दिल्ली सरकार की तारीफ़ की है लेकिन इसका मतलब ये नहीं वे कांग्रेस नेताओं के सम्पर्क में नहीं हैं।

पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद शत्रुघ्न सिन्हा ने सार्वजनिक रूप से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की भी तारीफ़ की। इतना ही नहीं वे कांग्रेस नेता शशि थरूर की किताब “द पैराडाक्सिकल प्राइम मिनिस्टर – नरेंद्र मोदी एंड हिज इंडिया” के लॉन्चिंग कार्यक्रम में भी शामिल हुए और उन्होंने अपने संबोधन में पीएम मोदी और बीजेपी पर बड़ा हमला बोला था।

फ़िलहाल यदि यह मान लिया जाए कि यदि शत्रुघ्न सिन्हा पटना साहिब से ही लोकसभा का चुनाव लड़ना चाहते हैं तो ये भी तय मानिये कि शत्रुघ्न सिन्हा आम आदमी पार्टी से चुनाव नहीं लड़ेंगे। अहम वजह है कि आम आदमी पार्टी का अभी बिहार में संगठन इतना मजबूत नहीं है कि वह लोकसभा चुनाव में बड़ी भूमिका अदा कर सके।

ऐसे में यह तय माना जा रहा है कि शत्रुघ्न सिन्हा कांग्रेस या राष्ट्रीय जनता दल से चुनाव लड़ सकते हैं। वहीँ शत्रुघ्न सिन्हा के कद को देखा जाए तो वे क्षेत्रीय पार्टी राष्ट्रीय जनतादल की जगह राष्ट्रीय पार्टी कांग्रेस को प्राथमिकता दे सकते हैं।

यदि ऐसा हुआ तो भीड़ जुटाने में माहिर शत्रुघ्न सिन्हा बिहार में एनडीए के लिए बड़ी चुनौती बन सकते हैं। माना जा रहा है कि कांग्रेस पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू की तर्ज पर कांग्रेस शत्रुघ्न सिन्हा को बिहार में स्टार प्रचारक के तौर पर चुनाव अभियान की अगुवाई करने की जिम्मेदारी दे सकती है।

सिद्धू भी बीजेपी से कांग्रेस में आये हैं और उन्होंने पंजाब में विधानसभा चुनाव में बीजेपी को जमकर घायल किया था। यदि शत्रुघ्न सिन्हा भी कांग्रेस में शामिल होते हैं तो बिहार में बीजेपी को शत्रु से शत्रुता महँगी साबित हो सकती है।

हालाँकि अभी तक शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं। इसलिए यह जानने के लिए कि शत्रुघ्न सिन्हा 2019 में किसके सारथि बनेगे इसके लिए अभी थोड़ा और इंतज़ार करना पड़ेगा।

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TeamDigital