बिहार: बीजेपी का भगवान राम प्रेम उजागर, रावण दहन में नदारद रहे बीजेपी नेता
पटना ब्यूरो। राम मंदिर आंदोलन से केंद्र की सत्ता के शिखर तक पहुंची भारतीय जनता पार्टी की बिहार में इस बात के लिए आलोचना हो रही है कि विजय दशमी के दिन रावण दहन के लिए आयोजित दशहरा कार्यक्रम में बीजेपी का एक भी नेता दिखाई नहीं दिया।
पटना के गांधी मैदान में मंगलवार को आयोजित दशहरा समारोह में जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और विपक्षी महागठबंधन में शामिल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा उपस्थित रहे, लेकिन उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी सहित भाजपा के स्थानीय सांसद और अन्य नेता अनुपस्थित रहे थे।
जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने बुधवार को कहा, “रविशंकर प्रसाद (केंद्रीय मंत्री एवं स्थानीय भाजपा सांसद) और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने पहले ही दुर्गा पूजा समारोह से दूर रहने की घोषणा कर रखी थी, लेकिन बाकी भाजपा नेताओं को उपस्थित होना चाहिए था।”
दशहरा कार्यक्रम में बीजेपी नेताओं की गैरमौजूदगी पर सवाल उठने के बाद बीजेपी नेताओं की तरफ से सफाई आना शुरू हो गयी हैं। अपनी सफाई में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि “मैं नेपाल में एक मंदिर में प्रार्थना करने गया था. पार्टी के अन्य नेता इसी तरह अन्य जगहों पर पहले से मौजूद थे। कृपया इस प्रकरण को राजनीतिक चश्मे से न देखें।”
वहीँ पूरे प्रकरण पर जदयू नेता अजय आलोक ने ट्वीट कर कहा “क्या हो गया बिहार भाजपा को? कोई गांधी मैदान में रावण वध में नहीं आया ? रावण वध नहीं करना था क्या ?” उन्होंने कहा कि सभी संबंधों में कभी कटुता आती है, लेकिन जिम्मेदार लोग उसमें मिठास डालते हैं। भाजपा बिहार में सत्ता में न रहे तो उसको कोई फर्क नहीं पड़ता, लेकिन बिहार के हित में ये संबंध मजबूत रहना चाहिए।”