बाबा रामदेव के पतंजलि के विज्ञापन में पवित्र क्रॉस के इस्तेमाल पर भड़का ईसाई समुदाय
मुंबई । बाबा रामदेव द्वारा स्वदेशी प्रोडक्ट के इस्तेमाल के आह्वान के लिए पतंजलि द्वारा ईसाईयों के ‘पवित्र क्रॉस’ के इस्तेमाल पर ईसाई समुदाय ने कड़ा एतराज जताया है ।
आईसीवी के अध्यक्ष अब्राहम मथाई ने कहा, “ईसाई धर्म के प्रतीक पवित्र क्रॉस के इस तरह के चित्रण पर हमे कड़ी आपत्ति हैं । हम महसूस करते हैं कि एक खास अल्पसंख्यक समुदाय को निशाना बनाने के लिए यह बाबा रामदेव का कार्यक्रम है।
अब्राहम मथाई ने कहा कि यह व्यावसायिक विज्ञापन सभी सार्वजनिक प्रक्षेत्र से तुरंत वापस लिया जाए । मथाई ने कहा कि भावनाओं को भड़काने वाली इस तरह की बातों से निश्चित रूप से चर्चो और ईसाई संस्थानों पर हमले बढ़ेंगे ।
गौरतलब है कि पतंजलि के टीवी में विज्ञापन में विदेशी उत्पादों के बहिष्कार के लिए भारतीयों का आह्वान करने के क्रम में ‘पवित्र क्रॉस’ के इस्तेमाल किया गया है ।
इस विवादित विज्ञापन में आजादी से पहले स्वदेशी आन्दोलन की ब्लेक एन्ड व्हाइट क्लिप दिखाई जाती है और अचानक भारत के मानचित्र के साथ तीन दिशाओं की ओर इंगित तीन क्रॉस को बड़ा कर दिखाया जाता है, साथ ही तीनों क्रास के बीच में ई, आई और सीओ शब्द दिखाए जाते हैं जो ईस्ट इंडिया कंपनी का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिसने भारत में धीरे-धीरे ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन का मार्ग प्रशस्त किया था ।
विज्ञापन पर विरोध जताते हुए आईसीवी के अध्यक्ष ने कहा कि एक खास अल्पसंख्यक समुदाय को खास रूप से चुनने पर वह नफरत भरे हमलों और उग्रवाद के लिए अघात योग्य बन जाएगा तथा इस आपत्तिजनक व्यावसयिक विज्ञापन को लेकर आईसीवी राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य संबद्ध अधिकारियों को पत्र लिखेगा।