बाबरी मस्जिद: सुनवाई पूरी करने के लिए विशेष न्यायाधीश ने 6 माह का समय माँगा
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नई दिल्ली। 06 दिसंबर 1992 को अयोध्या में बाबरी मस्जिद विध्वंश मामले में आरोपियों के खिलाफ सुनवाई कर रहे विशेष न्यायाधीश ने सुनवाई पूरी करने के लिए 06 माह का समय माँगा है। विशेष न्यायाधीश ने मई में लिखे एक पत्र में शीर्ष अदालत को सूचित किया है कि वह 30 सितंबर, 2019 को सेवानिवृत्त हो रहे हैं।
यह मामला सोमवार को न्यायमूर्ति आरएफ नरीमन की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष सुनवाई के लिए आया। इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार से पूछा है कि सीबीआई जज एसके यादव के कार्यकाल को कैसे बढ़ाया जा सकता है?
उत्तर प्रदेश सरकार को शुक्रवार तक बताना है कि इसको लेकर कानूनी प्रावधान क्या हैं? सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार को कहा कि सीबीआई जज एसके यादव जब तक फैसला नहीं देते, तब तक उन्हें रिटायर न किया जाए इसके लिए क्या किया जा सकता है? 19 अप्रैल, 2017 को शीर्ष अदालत ने मामले में दो साल में रोजाना सुनवाई करके मुकदमे को पूरा करने का आदेश दिया था।
गौरतलब है कि बाबरी मस्जिद विध्वंश मामले में सीबीआई कोर्ट में भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती समेत 12 आरोपियों पर आपराधिक साजिश के तहत मुकदमा चल रहा है।
इससे पहले इस मामले में पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने ट्रायल की सुनवाई कर रहे सीबीआई जज से पूछा था कि वो किस तरीके से मुकदमे को तय वक्त में पूरा करेंगे। अदालत ने सील कवर लिफाफे में जानकारी देने को कहा था। 19 अप्रैल 2017 को दो साल में मुकदमा पूरा करने के आदेश दिए गए थे। कोर्ट ने जज की अर्जी पर इलाहाबाद हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार को नोटिस जारी किया था।