बागी विधायकों ने दिये नरमी के संकेत, कहा ‘मामला सुलझते ही वापस बेंगलुरु चले जायेंगे’
मुंबई। कर्नाटक में जिन बागी विधायकों के इस्तीफा देने के बाद राज्य की कांग्रेस जेडीएस सरकार मुश्किल में पड़ गयी है, उन विधायकों के तेवरों में आज नरमी देखने को मिली है।
हालाँकि अभी बागी विधायकों ने विश्वास मत के दौरान विधानसभा में मौजूद रहने या अपने इस्तीफे वापस लेने को लेकर कोई बात नहीं कही है। लेकिन बागी विधायकों का कहना है कि वे मामला सुलझते ही बेंगलुरु वापस चले जायेंगे।
एएनआई न्यूज़ के मुताबिक बागी विधायकों ने कहा, ‘हम किसी और नीयत से मुंबई नहीं आये हैं, बल्कि राज्य की कांग्रेस जेडीएस सरकार को सबक सिखाने आये हैं। हम यहाँ पैसा या किसी और चीज़ की चाहत में नहीं आये। मामला सुलझते ही हम बेंगलुरु वापस चले जायेंगे।’
बागी विधायकों के बयान से साफ़ ज़ाहिर है कि वे कांग्रेस और जेडीएस नेताओं के सम्पर्क में आ चुके हैं और उनसे बातचीत की जा रही है। बागी विधायकों ने साफतौर पर कहा है कि वे कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार को सबक सिखाने मुंबई आ गए हैं। ज़ाहिर है कि ये जेडीएस-कांग्रेस सरकार से नाराज़गी का विषय है।
वहीँ दूसरी तरफ बहुजन समाज पार्टी ने एलान किया है कि विधानसभा में विश्वास मत पर वोटिंग के दौरान उनके विधायक सदन में मौजूद नहीं रहेंगे। कांग्रेस जेडीएस सरकार पहले ही बहुमत जुटाने के लिए कड़ी मशक्क्त कर रही है। अब बसपा के एलान के बाद सरकार के लिए एक और मुश्किल खड़ी हो गयी है।
बसपा विधायक एन महेश ने कहा, ‘मैं मायावती जी के निर्देशानुसार कल कर्नाटक विधानसभा में विश्वास मत में भाग नहीं लूंगा।’ वहीँ सूत्रों की माने तो कांग्रेस जेडीएस गठबंधन के नेता मुंबई में डेरा डाले बैठे बागी विधायकों को मनाने की आखिरी कवायद में जुटे हैं।
गौरतलब है कि कर्नाटक विधानसभा में गुरुवार और शुक्रवार को विश्वास मत पर चर्चा हुई। माना जा रहा है कि सोमवार को कांग्रेस-जेडीएस (जनता दल सेक्युलर) की गठबंधन सरकार विधानसभा में बहुमत साबित करेगी।