फॉलोअप: गुमशुदगी का 13वां दिन, पुलिस की आठ टीम छान रही ख़ाक, नजीब का नही मिला कोई सुराग 

नई दिल्ली । जवाहर लाल नेहरू विश्वविधालय (जेएनयू) से लापता छात्र नजीब अहमद का आज 13वे दिन भी कोई सुराग नही लग पाया है । 26 वर्षीय नजीब को तलाश करने के लिए पुलिस की आठ टीम बनाई गयीं हैं लेकिन दिल्ली पुलिस अभी किसी ठोस नतीजे पर नही पहुँच सकी हैं ।

नजीब अहमद की गुमशुदगी को लेअर दिल्ली पुलिस ने अब तक यूनिवर्सिटी स्टाफ और छात्रों समेत करीब 100 से ज्यादा लोगों से इस बारे में पूछताछ की है। दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि नजीब की तफ्तीश के लिए पुलिस की कई टीम राजस्थान के अजमेर शरीफ, उसके गृह जिले उत्तर प्रदेश के बदायूं और बरेली में कैम्प कर रही है, जहां से उसने कॉलेज की पढ़ाई की थी।

पुलिस अधिकारी के मुताबिक नजीब को सिर्फ मानवीय सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर ही ढूंढ़ने की कोशिश हो रही है क्योंकि उसने अपना मोबाइल हॉस्टल में ही छोड़ दिया था। दिल्ली पुलिस के अधिकारी पिछले 24 घंटे से जोनल इंटीग्रेटेड पुलिस नेटवर्क पर भी नजर बनाए हुए हैं।

इसके लिए अधिकारी वसंतकुंज नॉर्थ पुलिस स्टेशन में कम्प्यूटर और इंटरनेट के साथ तैयार बैठे हैं ताकि किसी तरह की लापता व्यक्ति या लाश की सूचना मिलने पर त्वरित कार्रवाई की जा सके। पुलिस की दूसरी टीन लगातार उसके फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया अकाउंट पर नजर बनाए हुए है। ताकि वो कहीं से भी कोई सूचना दे तो पुलिस उसे तुरंत सहायता पहुंचा सके और उस तक पहुंच सके।

गौरतलब है कि 15 अक्टूबर की रात जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों के साथ झड़प होने के बाद से नजीब अहमद लापता है। सूत्र बताते हैं कि उसने साथी छात्रों से कहा था कि वो सो नहीं पा रहा है। इसके बाद उसने अपनी मां से बात की थी। उसने झगड़े के बारे में अपनी मां को बताया था। उसकी मां ने नजीब के रूममेट को दवा देने को कहा था।

उसकी मां ने कहा था कि वो अगले दिन वहां पहुंच जाएगी। पुलिस को उसकी मां ने बताया है कि जब वो आनंद विहार रेलवे स्टेशन पहुंची तब तक नजीब ठीक था लेकिन जब वो उसके हॉस्टल पहुंची तो वो वहां नहीं था। जब नजीब शाम तक नहीं पहुंचा तो उसकी मां ने शाम में वसंतकुंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

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TeamDigital