फैसला सुनकर रोया आसाराम, मिली उम्रकैद की सजा

जोधपुर। नाबालिंग लड़की से रेप के मामले में संत आसाराम बापू को जोधपुर की एक अदालत ने उम्र कैद की सजा सुनाई है। कोर्ट ने आसाराम की राजदार शिल्पी और शरतचंद्र को दोषी ठहराते हुए 20-20 साल की सजा सुनाई है।
77 वर्षीय आसुमल थाउमल हरपलानी उर्फ आसाराम की बाकी जिंदगी अब सलाखों के पीछ कटेगी। जज मधुसूदन शर्मा ने जैसे ही सजा का ऐलान किया, इसे सुनते ही आसाराम रो पड़ा।
इससे पहले जब जज ने उसे दोषी करार दिया तो आसाराम हंसने लगा और राम नाम जपने लगा। उसने अपनी उम्र का हवाला देते हुए जज से रहम की गुहार लगाई। अपने वकीलों से कहा कि वे कुछ तो बोलें। लेकिन तब तक जज ने अपना फैसला सुना दिया।
उम्र कैद की सजा का एलान सुनते ही आसाराम रहम की गुहार लगाने लगा। उसकी आँखों में आंसू छलक पड़े लेकिन कोर्ट अपना फैसला सुना चूका था।
क्या है मामला
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर की एक किशोरी लड़की की शिकायत पर आसाराम को गिरफ्तार किया गया था। वह मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में आसाराम के आश्रम में पढ़ाई कर रही थी।
पीड़िता ने आरोप लगाया था कि आसाराम ने जोधपुर के मनाई इलाके में स्थित अपने आश्रम में उसे बुलाया और 15 अगस्त 2013 की रात में उसके साथ बलात्कार किया। आसाराम को इंदौर में गिरफ्तार किया गया और एक सितंबर 2013 को जोधपुर लाया गया। वह दो सितंबर 2013 से न्यायिक हिरासत में हैं।