फिर सुलगा सहारनपुर, जातीय हिंसा में 1 की मौत, आधा दर्जन घायल
सहारनपुर। यहाँ एक बार फिर जातीय हिंसा भड़क गयी। दलितों और ठाकुरो के बीच हुई हिंसक झड़पों में एक व्यक्ति की मौत हो गयी वहीँ आधा दर्जन लोग घायल हो गए। एक महीने के अंदर सहारनपुर में यह जातीय हिंसा की तीसरी घटना है।
आज बसपा प्रमुख मायावती के शब्बीरपुर गांव पहुंचने से पहले दोनों पक्षों में संघर्ष हुआ जिसमें कुछ घरों में तोड़फोड़ और आगजनी हुई। वहीँ बसपा सुप्रीमो मायावती के जाने के बाद कुछ लोगों ने वहां से लौट रहे बसपा समर्थकों की गाड़ी पर चांदपुर में हमला कर दिया। उपद्रवियों ने गाड़ी में सवार लोगों को मारा और गाड़ी तोड़ दी। एक व्यक्ति को गोली मार दी गई जबकि दो को धारदार हथियार से जख्मी कर दिया गया।
इस वारदात में सात लोग घायल हो गए जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया और बाद में इनमें से एक व्यक्ति की मौत हो गई। बसपा के समर्थक अस्पताल के सामने विरोध प्रदर्शन किया।
इससे पहले बीएसपी बॉस मायावती मंगलवार को सहारनपुर के शब्बीरपुर गांव पहुंची जहां उन्होंने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। इस दौरान मायावती ने दलितों के घर जले देखें तो बहुत दुख जताया। मायावती ने सीधे भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि सहारनपुर में बवाल बीजेपी ने ही कराया है।
मायावती इतने पर ही नहीं रूकी उन्होंने प्रशासन को भी आड़े हाथों लिया और कहा, ‘प्रशासन ने सरकार के इशारे पर पक्षपात किया।’ मायावती ने कहा कि प्रशासन मुकदमे वापस लेकर दोनों पक्षों के हाथ मिलवाए। मायावती ने आखिर में कहा कि भाजपा नफरत फैलाना बंद करें।
वहीं उन्होंने दलितों को सलाह देते हुए कहा कि कोई भी कार्यक्रम किसी संगठन की बजाय बसपा के बैनर तले करें। किसी की हिम्मत नहीं होगी रोकने की। इसके अलावा मायावती ने पीड़ित परिवारों की मदद के लिए मुआवजे का ऐलान किया।
मायावती ने कहा कि पार्टी फंड के पैसे से जिनके घर जले उनको 50 हजार रुपए और जिनका कम नुकसान हुआ है उनको 25 हजार रुपए दिए जाएंगे। यह ऐलान बसपा सुप्रीमो ने शब्बीरपुर में मंच से किया। इस दौरान मायावती ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और उनका हाल जाना।