फिर सामने आया त्रिपुरा सीएम का इतिहास ज्ञान, अब कहा ‘टैगोर ने लौटा दिया था नोबेल पुरुस्कार’

फिर सामने आया त्रिपुरा सीएम का इतिहास ज्ञान, अब कहा ‘टैगोर ने लौटा दिया था नोबेल पुरुस्कार’

नई दिल्ली। त्रिपुरा के सीएम बिप्लब कुमार देब ने एक बार फिर इतिहास को लेकर मनगढ़ंत टिप्पणी की है। इस बार बिप्लब कुमार देब ने कहा कि रवीन्द्रनाथ टैगोर ने अंग्रेजो का विरोध करते हुए नोबेल पुरुस्कार लौटा दिया था।

बता दें कि रवींद्रनाथ टैगोर ने जलियावाला बाग हत्याकांड के विरोध में ब्रिटिश राजा की तरफ से मिली नाइटहुड की उपाधि को तो लौटा दिया था, लेकिन उन्होंने स्वीडिश अकादमी द्वारा दिए गए नोबल पुरस्कार को कभी नहीं लौटाया था।

अपने अजीबोगरीब बयानों से सबको चकित कर देने वाले बिप्लब कुमार देब मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली विवादास्पद टिप्पणी में कहा कि महाभारत काल में भी इंटरनेट का चलन था। उन्होंने अपनी बात को साबित करने के लिए महाभारत के एक पात्र संजय का उदाहरण भी रखा स्थल से दूर बैठकर भी धृतराष्ट्र को युद्ध का आँखों देखा हाल बताता था।

बिप्लब कुमार देब हाल ही में विश्व सुंदरी प्रतियोगिता को लेकर भी विवादित टिप्पणी कर चुके हैं। इतना ही नहीं उन्होंने कहा था कि सिविल सर्विसेस केवल सिविल इंजीनियर्स के लिए होती है।

त्रिपुरा का सीएम बनने के बाद बिप्लब कुमार देब एक के बाद एक विवादास्पद बयान दे रहे हैं। हाल ही में उन्होंने गौतम बुद्ध को लेकर भी मनगढ़ंत बयान दिया था। बिप्लब कुमार देब ने दावा किया था कि गौतम बुद्ध ने भारत, बर्मा, जापान, तिब्बत और अन्य देशों की पैदल यात्रा की थी।

बीजेपी सूत्रों की माने तो बिप्लब कुमार देब के बयानों से तंग पीएम नरेंद्र मोदी ने उन्हें दिल्ली तलब कर फटकार भी लगायी थी। इसके बावजूद बिप्लब कुमार देब के विवादास्पद बयानों का सिलसिला जारी है।

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TeamDigital