फारूक अब्दुल्ला पर लगाया गया पीएसए, कपिल सिब्बल ने उठाये सवाल
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला पर कल जन सुरक्षा कानून (पीएसए) लगाए जाने को लेकर कांग्रेस नेता और वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने सवाल उठाये हैं।
सिब्बल ने गृहमंत्री अमित शाह को संसद के पटल पर दिया गया उनका बयान याद दिलाते हुए कहा कि ‘अमित शाह ने संसद में कहा कि फारूक अब्दुल्ला को न तो हिरासत में लिया गया है और न ही गिरफ्तार किया गया है। अगर उस वक्त जन सुरक्षा को कोई खतरा नहीं था तो अब क्यों है? क्योंकि वाइको ने याचिका दायर कर दी?’
कपिल सिब्बल ने ट्विटर पर कहा कि फारूक अब्दुल्ला को 43 दिनों तक नज़रबंद रखने के बाद अब जन सुरक्षा कानून (पीएसए) लगाया गया। पहले भाजपा ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर के 92 फीसदी लोग अनुच्छेद-370 के मुख्य प्रावधान हटाने के पक्ष में हैं और स्थिति सामान्य है।
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला की हिरासत को लेकर वाइको ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। इस याचिका पर कोर्ट ने केंद्र सरकार से एक हफ्ते में जवाब मांगा है।
जबाव की तारीख आने से पहले ही फारूक अब्दुल्ला पर पीएसए लगा दिया हुआ। पीएसए के तहत किसी भी व्यक्ति को बिना किसी मुकदमे के दो साल तक हिरासत में रखा जा सकता है।