फरियादियों को पान-मसाला खाना पड़ा महंगा, डीएम ने लगाया जुर्माना
ब्यूरो (राम मिश्रा, अमेठी): मंगलवार को जिलाधिकारी प्रशांत शर्मा की अध्यक्षता में तहसील मुसाफिरखाना में सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। सम्पूर्ण समाधान दिवस के दौरान जिलाधिकारी ने सर्वप्रथम उपस्थिति रजिस्टर का अवलोकन किया ।
मंगलवार को हुए सम्पूर्ण समाधान दिवस के दौरान विभिन्न विभागों के जिलास्तरीय तथा विकास खण्ड स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। इस दौरान तहसील में उपस्थित फरियादियों की शिकायतों को गम्भीरतापूर्वक सुनते हुए इन प्रार्थना पत्रों को सम्बंधित विभागीय अधिकारियों को अपने समक्ष बुलाकर सौंपते हुए निर्देश दिये कि इन प्रार्थना पत्रों का शीघ्र गुणवत्तापूर्ण ढंग से निस्तारण करना सुनिश्चित करें ।
निर्देश देते हुए जिलाधिकारी अमेठी प्रशांत शर्मा ने कहा कि निस्तारण में किसी भी प्रकार की शिथिलता बरतने पर सम्बंधित अधिकारी के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी। अधिकारी सम्पूर्ण समाधान दिवस में प्राप्त शिकायती प्रार्थना पत्रों का स्वयं परीक्षण करें तथा यह भी प्रयास किया जाए कि शिकायतकर्ता एक ही बार में संतुष्ट हो जाए, उसे बार-बार भटकना न पड़े।
उन्होंने यह भी कहा कि अगले सम्पूर्ण समाधान दिवस में कोई भी ऐसी शिकायत न आये जो आज के सम्पूर्ण समाधान दिवस में प्रस्तुत हुई हैं, यदि ऐसा होता है तो मान लिया जायेगा कि सम्बंधित अधिकारी शिकायतों के निस्तारण में रूचि नहीं ले रहे हैं, जिनके विरूद्ध कठोर कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। वही सम्पूर्ण समाधान दिवस में पान मसाला खाकर आए तीन फरियादियों से जुर्माना भी वसूला गया ।
संपूर्ण समाधान दिवस के उपरांत विकासखंड मुसाफिरखाना स्थित प्राथमिक विद्यालय पूरे मलिक (खौदिया) का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने विद्यालय की दीवारों पर ज्ञानवर्धक सुस्पष्ट पेंटिंग कराने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि दीवारों पर उच्च अधिकारियों के मोबाइल नंबर सहित राष्ट्रगान, वंदे मातरम की पेंटिंग कराई जाय और विद्यालय परिसर की बाउंड्री के चारों एवं छायादार पेड़ लगाने के निर्देश दिए।
उन्होंने शौचालय में फ्लैश की सुविधा न होने पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए पंचायत सचिव को शौचालय में फ्लैश व हाथ धोने के लिए वाशबेसिन लगवाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने बताया कि विद्यालयों का सौंदर्यीकरण कायाकल्प योजना के अंतर्गत किया जा रहा है।
इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी, जिला विकास अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, उपजिलाधिकारी मुसाफिरखाना,प्रभागीय वनाधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी तथा समस्त जिलास्तरीय एवं तहसील स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।