प.बंगाल: मारे गए व्यक्ति को बीजेपी ने बताया कार्यकर्ता, परिवार ने कहा ‘ये झूठ है’
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में एक फेसबुक पोस्ट के बाद शुरू हुई सांप्रदायिक हिंसा में कार्तिक नामक जिस व्यक्ति की मौत होगयी उसे बीजेपी ने अपना कार्यकर्त्ता बताया, वहीँ मृतक के परिजनो ने बीजेपी के दावे को झूठा करार देते हुए कहा कि कार्तिक का किसी राजनैतिक दल से कोई सम्बन्ध नहीं था और वह न ही किसी राजनैतिक दल की विचारधारा का मानने वाला था।
बीजेपी राष्ट्रीय सचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि संप्रादायिक हिंसा में हमने हमारा एक कार्यकर्ता खो दिया है। हम उसके परिवार से मिलने आए थे लेकिन कुछ लोगों ने हमे उनसे मिलने नहीं दिया।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि पुलिस की मौजूदगी में टीएमसी कार्यकर्ताओं ने हमारा रास्ता रोका। हमारे घायल कार्यकर्ता को भीड़ द्वारा अस्पताल से बाहर खदेड़ा गया और उसकी पीट-पीटकर हत्या कर दी गई।
वहीँ कार्तिक के परिजनों ने बीजेपी नेताओं के बयान को गलत बताते हुए कहा कि कार्तिक का किसी राजनैतिक दल से कोई सरोकार नहीं था। कार्तिक के बेटे ने मीडिया से कहा कि मेरे पिता तो बाजार से सब्ज़ी लेकर लौट रहे थे और वे हिंसा का शिकार हो गए। उन पर धारदार हथियार से हमला किया गया था। कार्तिक के बेटे ने इसके लिए अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को ज़िम्मेदार बताया।
फिलहाल हिंसा से झुलसे वशीरहाट में तनावपूर्ण शांति है। इलाके में निषेधाज्ञा लागू है और भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात किया गया है। सरकार के सूत्रों के अनुसार स्वयं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सुरक्षा बंदोबस्तों पर नज़र रख रही हैं और पुलिस के आला अधिकारीयों से प्रतिदिन जानकारी ले रही हैं।