पढ़िए चिदंबरम ने मोदी सरकार को क्यों दिए दस में से माइनस दस नंबर
नई दिल्ली। पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने मोदी सरकार को दस में से माइनस दस नंबर दिए हैं। चिदंबरम का कहना है नोट बंदी का फैसला लेकर मोदी सरकार ने बहुत बड़ी भूल की है इसे सुधारा नहीं जा सकता। मोदी सरकार के गलत फैसले का खामियाजा देश की जनता को भुगतना पड़ रहा है।
आजतक से बात करते हुए चिदंबरम ने कहा कि 8 नवंबर को नोटबंदी का ऐलान करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इस एक कदम से कालाधन पूरी तरहसे खत्म हो जाएगा। उन्होंने दावा किया कि देश में ब्लैकमनी कैश में नहीं रखी जाती।
चिदंबरम के मुताबिक मोदी सरकार की सबसे बड़ी गलती ये थी कि उसने कालेधन को खत्म करने के लिए नोटबंदी को सबसे बड़ा हथियार घोषित किया था। चिदंबरम ने कहा कि पहले नोटबंदी और फिर जीएसटी ने देश में छोटे-मझोले कारोबारी को नुकसान पहुंचाया है।
चिदंबरम ने गुजरात चुनाव को जीएसटी से जोड़ने से इंकार करते हुए कहा कि यूपी के चुनावों में बीजेपी को जीत मिली तो वह उसे नोटबंदी पर मुहर मान रहे हैं। इस हिसाब से पंजाब में हार के बाद उन्हें मानना चाहिए कि पंजाब में लोगों ने नोटबंदी को रिजेक्ट कर दिया इसलिए गुजरात का चुनाव जीएसटी पर मुहर लगाने के लिए नहीं है। चिदंबरम ने कहा कि गुजरात में जीएसटी के अलावा भी कई मुद्दे हैं जो लोगों को बीजेपी के विरोध में लेकर जा रही है।
चिदंबरम ने आधार को बैंक खातों से जोड़ने के मोदी सरकार के फैसले पर भी सवाल उठाये। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आधार को सिर्फ सरकारी स्कीमों का लाभ लेने वालो तक सीमित रखना चाहती थी लेकिन मोदी सरकार मैंडेट से आगे जाकर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि आधार को एयर टिकिट से जोड़ने का क्या औचित्य है ? बता दें कि पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने आजतक द्वारा आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में उक्त बातें रखीं।