प्रणब मुखर्जी के बाद अब राहुल गांधी को आमंत्रित करेगा संघ

प्रणब मुखर्जी के बाद अब राहुल गांधी को आमंत्रित करेगा संघ

नई दिल्ली। भले ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) पर निशाने साध रहे हों लेकिन इसके बावजूद अब आरएसएस राहुल गांधी को अपने एक कार्यक्रम के लिए निमंत्रण भेजने की तैयारी कर रहा है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार आरएसएस पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की तर्ज पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और लेफ्ट के नेता सीताराम येचुरी को अपने नागपुर मुख्यालय में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित करेगा।

सूत्रों की माने तो आरएसएस राहुल गांधी, सीताराम येचुरी के अलावा कई अन्य घोर विरोधी नेताओं को संघ मुख्यालय बुलाकर यह साबित करना चाहता है कि संघ के बारे में जो विचार ये लोग जनता के समक्ष रखते आये हैं, असल में संघ वैसा नहीं है।

संघ इससे पहले पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को अपने यहाँ आयोजित कार्यक्रम में आमंत्रित कर चूका है। हालाँकि प्रणब मुखर्जी ने अपने भाषण में संघ की नीतियों से सहमति कम ही दिखाई। इतना ही नहीं प्रणब मुखर्जी ने संघ के कार्यक्रम में अपने सम्बोधन में संघ को इशारो इशारो में नसीहत भी कर दी थी।

प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रवाद को परिभाषित करते हुए कहा था कि उन्हें इस मंच से राष्ट्र, राष्ट्रवाद और देशभक्ति पर अपना मत रखने के लिए बुलाया गया हैं। इन तीनों शब्दों को अलग-अलग देखना संभव नहीं है। इन शब्दों के समझने के लिए पहले हमें शब्दकोष की परिभाषा देखने की जरूरत है।

इतना ही नहीं प्रणब मुखर्जी ने प्रणब ने कहा कि नेहरू ने भारत एक खोज में कहा कि भारतीय राष्ट्रीयता केवल हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई के मिलन से ही विकसित होगी।

फिलहाल संघ की तरफ से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को आरएसएस के कार्यक्रम में आमंत्रित करने को लेकर कांग्रेस की तरफ से कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं आयी है। वहीँ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि पार्टी इस पर तभी बोलेगी जब उन्हें आधिकारिक तौर पर निमंत्रण मिलेगा। वह पहले न्योते की भाषा देखना चाहती है।

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TeamDigital