पूर्व नौकरशाहों ने की ‘जयंत सिन्हा को बर्खास्त करने की मांग’
नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री जयंत शाह द्वारा झारखंड के रामगढ लिंचिंग के आरोपियों का स्वागत किये जाने को लेकर देश के 42 नौकरशाहों ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल से हटाने की मांग की है।
पत्र में देश में हिंसा की बढ़ती घटनाओं को लेकर चिंता ज़ाहिर की गयी है। पत्र में केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा का हवाला देते हुए कहा गया है कि हाल ही में हजारीबाग में जो कुछ हुआ, वह चिंताजनक और हैरान कर देने वाला है। क्यों कि एक केंद्रीय मंत्री ने हत्या के आरोपियों को इस तरह सम्मानित किया जैसे हत्यारोपी स्वतंत्रता के नायक हों।
पत्र में पूर्व ब्यूरोक्रेट्स ने लिखा कि केंद्रीय मंत्री ने अपने इस कृत्य के लिए खेद प्रगट करने की जगह लीपापोती की। बता दें कि रामगढ लिंचिंग के आरोपियों का स्वागत करने के बाद जयंत सिन्हा ने अपनी सफाई में कहा था कि दोषियों को सजा मिलनी चाहिए। भले ही उन्होंने इन लोगों का सम्मान किया है, पर वे उनके कामों का समर्थन नहीं करते हैं।
सिन्हा का कहना था कि वे सभी लोगों से अपील करते हैं कि मेरी आलोचना करने से पहले कोर्ट का बेल ऑर्डर पढ़ें। उन्होंने कहा कि मैं अपना रुख स्पष्ट कर दूं कि मैं उनकी हरकत का समर्थन नहीं करता। मेरा रिकॉर्ड साफ है, मेरी मंशा साफ है मैं उनकी हरकत के साथ नहीं हूं।
इस पत्र पर वपला बालचंद्रन, मीरा बोरवांकर, जूलियो रोबेरियो सहित कुल 42 नौकरशाहों ने हस्ताक्षर किये हैं। पत्र में मोदी सरकार से केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा को तुरंत बर्खास्त करने की मांग की गयी है।
हॉवर्ड छात्रों ने एल्युमनी स्टेट्स वापस लेने की मांग की :
वहीँ दूसरी तरफ हॉवर्ड यूनिवर्सिटी के छात्र प्रतीक कंवल ने एक ऑनलाइन पिटीशन दाखिल कर हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष से जयंत सिन्हा के एल्युमनी स्टेट्स (पूर्व छात्र की पदवी) वापस लेने की मांग की है।
चेंज डॉट ओआरजी पर यह पेटीशन हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के एक अन्य पूर्व छात्र प्रतीक कंवल ने शुरू की है। प्रतीक कंवल ने अपने पेटीशन में लिखा है कि मॉब लिंचिंग के दोषियों को माला पहनाने की घटना से पूरा देश सदमे में है और इससे हमारी संस्था की प्रतिष्ठा धूमिल हुई है। मैं देश का जिम्मेदार नागरिक होने और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी का एल्युमनी होने के नाते इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से अपील करता हूं कि वो जयंत सिन्हा के एल्युमनी स्टेट्स को वापस लें।