पूरे देश में एक साथ रिलीज होगी पद्मावत, सुप्रीमकोर्ट ने कहा “ये अभिव्यक्ति की आज़ादी का मामला”
नई दिल्ली। संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत पर रोक लगाने से सुप्रीमकोर्ट के इंकार के बाद अब यह फिल्म बीजेपी शासित राज्यों सहित पूरे देश में रिलीज होगी। बता दें कि गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा सहित बीजेपी शासित राज्यों की सरकारों ने इस फिल्म के रिलीज पर पाबंदी लगा रखी है।
सुप्रीमकोर्ट में आज इस मामले में सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि जब सेंसर बोर्ड से सर्टिफिकेट मिल गया है तो इस फिल्म को रिलीज होने से क्यों रोका जा रहा है।
कोर्ट ने कहा कि यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का मामला है। फिल्म को रिलीज होने से नहीं रोका जा सकता है। सुप्रीमकोर्ट के फैसले के बाद अब पद्मावत फिल्म को 25 जनवरी को रिलीज किया जाएगा। फिल्म को तमिल, तेलुगु और हिंदी में रिलीज किया जाएगा।
फिल्म निर्माताओं की तरफ से सीनियर एडवोकेट हरीश साल्वे ने पद्मावत की कार्यवाही के दौरान सुप्रीम कोर्ट में कहा कि, “केंद्र सरकार से गुजारिश है कि वह राज्य सरकारों को एक बेहतर और प्रभावी कदम और समाधान के लिए निर्देश दे।
यदि राज्य एक फिल्म पर प्रतिबंध लगा रहे हैं, तो यह संघीय ढांचे को नष्ट कर रहे हैं। यह गंभीर मुद्दा है। अगर किसी को कोई समस्या है, तो वह राहत के लिए अपीलीय ट्रिब्यूनल में अप्रोच कर सकता है। राज्य को किसी फिल्म की सामग्री को छूने का हक नहीं है।”
सुप्रीमकोर्ट के फैसले के बाद हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने आरोप लगाया कि कोर्ट ने हमारी बात सुने बिना ही फैसला सुना दिया है। उन्होंने कहा कि हम कोर्ट के निर्णय का अध्यन करेंगे। उसके बाद कोई फैसला लेंगे।
वहीँ राजपूत करणी सेना के प्रमुख लोकेन्द्र सिंह कल्वी ने कहा कि “मैं पूरे देश के सामाजिक संगठनों से अपील करूँगा कि पद्मावत फिल्म नहीं चलनी चाहिए, सिनेमाल हॉल पर जनता कर्फ्यू लगा दे।