पीएम मोदी के साथ पढ़े किसी सहपाठी को ढूंढ कर लाने पर 1 लाख का इनाम
बेंगलुरु । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शैक्षिक योग्यता को लेकर कई बार सवाल उठ चुके हैं । इस मामले में कई बार सूचना के अधिकार के तहत विभिन्न विश्वविद्यालयों से भी जानकारियां मांगी गई हैं लेकिन इस विषय में आरटीआई के तहत किये गए आवेदनों पर विश्वविद्यालयों ने कोई भी जानकारी देने से इंकार कर दिए जाने से आरटीआई करने वालो को हमेशा निराशा ही हाथ लगी ।
अब बेंगलुरू के एक इंजीनियर ने पीएम नरेंद्र मोदी की शैक्षणिक डिग्रियों पर सवाल उठाते हुए , पीएम नरेंद्र मोदी के साथ ग्रेजुएशन में पढ़े किसी सहपाठी को तलाशने पर एक लाख का इनाम देने की घोषणा की है । हालांकि इस इंजीनियर का ये भी दावा है कि वो खुद पीएम मोदी का बड़ा प्रशंसक रहा है।
श्री निवास चन्नप्पा नाम के इस इंजीनियर ने घोषणा की है कि कोई पीएम नरेंद्र मोदी के ऐसे सहपाठी की तलाश करके दिखाए जो कि उनके साथ 12वीं, बीए या फिर एमए में पढ़ा हो। श्रीनिवास ने यह घोषणा प्रेस क्लब में की ।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की शैक्षणिक डिग्रियों के बारे में जो जानकारी मौजूद है उसके मुताबिक उन्होंने सीनियर सेकेंडरी गुजरात से, ग्रेजुएशन की डिग्री दिल्ली विश्वविधालय से और स्नातक की डिग्री गुजरात यूनिवर्सिटी से हासिल की है। लेकिन उनकी शैक्षणिक योग्यताओं को लेकर इन सभी शैक्षणिक संस्थाओं ने आरटीआई का जवाब देने से इनकार कर दिया।
गुजरात यूनिवर्सिटी औरगुजरात सीनियर सेकेंड्री बोर्ड ने इस तरह की को पहले ही खारिज कर दिया और वहीँ अभी कुछ ही दिनों पहले दिल्ली यूनिवर्सिटी ने भी उनकी बीए की डिग्री के बारे में दाखिल आरटीआई का जवाब देने से ये कहते हुए इनकार कर दिया कि मांगी गई जानकारी में रोलनंबर नहीं दिया है तथा 1978 की जानकारी सिर्फ नाम के आधार पर तलाशना नामुमकिन है। श्रीनिवास का कहना है कि वो इस बारे में जल्दी ही कोर्ट में एक याचिका दाखिल करने वाले हैं।