पीएम मोदी के ‘अधूरे चुनावी वादे’ पर लिखी किताब को बैन करने की मांग
अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जिस वक्त 2014 में चुनावी रैलियां कर रहे थे, उस समय उन्होंने देशवासियों से कई चुनावी वादे किए थे। मगर, उनमें से अभी भी कई वादे पूरे नहीं हो पाए हैं। ऐसे में पीएम मोदी के उन अधूरे वादों पर एक शख्स ने किताब लिख दी और उसे प्रकाशित भी कर दिया, जो विवाद का कारण बन गया है।
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक पीएम मोदी के समर्थक नरसिंह भाई सोलंकी ने अहमदाबाद की स्थानीय अदालत में जाकर प्रधानमंत्री के ऊपर लिखी गई उस गुजराती किताब पर फौरन प्रतिबंध लगाने की मांग की है। यह किताब हाल ही में प्रकाशित हुई है।
इस किताब में पीएम मोदी के 2014 लोकसभा चुनाव के दौरान किए गए चुनावी वादों के बारे में लिखा गया है जो अब तक पूरेे ही नहीं हो पाए हैं। पालदी के रहनेवाले जेआर शाह ने ‘फेकू हवे दिल्ली मा’ शीर्षक के साथ इस किताब को लिखी है और इसे अपने ही प्रकाशन से प्रकाशित किया है।
इस किताब के शीर्षक और तथ्यों को अपमानजनक करार देते हुए ब्रह्मपुत्र के रहने वाले समाजसेवी सोलंकी ने गुरूवार को सिटी सिविल कोर्ट में एक हलफनामा दायर करते हुए इसके फौरन प्रकाशन और ब्रिक्री पर रोक लगाने की मांग की है।
सोलंकी के वकील एमएस भवसार ने कहा कि ये किताब प्रधानमंत्री के आधूरे वादे पर आधारित है। उन्होंने कहा- “हमने ये मांग की है जिस तरह से इस किताब का शीर्षक ही अपमानजक है ऐसे में ये प्रधानमंत्री मोदी और उनके समर्थक लोगों की भावनाओं को आहत पहुंचाएगी।”
उन्होंने कहा कि इस बात को लेकर कोर्ट में जिरह करेंगे की मोदी सरकार को केन्द्र में अभी मात्र दो साल ही पूरे हो पाए हैं जबकि अभी तीन साल का वक्त उनके पास और है।