पीएम की विदेश यात्राओं पर शिवसेना का तंज, पूछा ‘तय करें कि उनका आवास देश में है या बाहर’
मुंबई । नरेन्द्र मोदी सरकार के कार्यकाल के दो साल पूरे होने पर इसकी सहयोगी पार्टी शिवसेना ने भाजपा नीत केन्द्र सरकार को कई मुद्दों पर आडे हाथों लिया। शिवसेना ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार महंगाई को लगाम लगाने, सीमा पार से आतंकवाद को रोकने और इस दौरान शुरू की गई योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने में विफल रही है।
शिवसेना ने मोदी के विदेश दौरों पर निशाना साधा। शिवसेना ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को पहले यह तय करना होगा कि उनका आवास देश के भीतर है या बाहर। पार्टी के अनुसार पिछले दो साल में कोई बड़ा घोटाला नहीं हुआ है, लेकिन सरकार मुद्रास्फीति को रोकने, महंगाई की मार से जूझ रहे लोगों को राहत दिलाने और कृषि क्षेत्र के संकट को दूर करने में विफल रही है।
शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में लिखा गया है, ‘दो साल में मोदी सरकार ने एक के बाद एक योजना शुरू की। लेकिन, उनमें से किसी योजना को लोग मुश्किल से ही जानते हैं। पिछली सरकार भी इन्हीं योजनाओं को विभिन्न नामों से चला रही थी, जो आखिर में भ्रष्टाचार के जाल में उलझ गई थीं।’
विदेशी बैंकों में जमा किए गए कालेधन को वापस देश में लाने के मुद्दे पर भी शिवसेना ने सरकार की यह कहते हुए खिंचाई की कि यह लोकसभा चुनाव के दौरान किए गए बडेÞ वादों में से एक था, जिसे पूरा नहीं किया गया।
इसमें कहा गया है कि मोदी ने देश की जनता से वादा किया था कि वह विदेशी बैंकों में जमा कालाधन वापस लाएंगे और हरेक व्यक्ति के बैंक खाते में लाखों रुपए जमा करेंगे। लेकिन, दो साल पूरे हो जाने पर भी वादा पूरा नहीं किया गया।
पाकिस्तान के साथ वार्ता करने और सीमा पार से हो रही निरंतर आतंकवादी गतिविधियों को लेकर भी शिवसेना ने सरकार पर हमला बोला है। इसने कहा, ‘कश्मीर में पाकिस्तानियों द्वारा की जा रही आतंकवादी गतिविधियां रुकी नहीं हैं। हमारे जवान नक्सलियों एवं आतंकवादियों के साथ लड़ाई में शहीद हो रहे हैं। फिर भी हम पड़ोसी देश के साथ वार्ता कर रहे हैं।’
हाल ही में कुछ राज्यों में हुए चुनाव में राजग के खराब प्रदर्शन पर तंज कसते हुए शिवसेना ने कहा कि इस समय मोदी सरकार के कार्य का जायजा लेना व्यर्थ है, क्योंकि बिहार, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु एवं केरल के लोगों ने अपने निजी तरीके से इसका मूल्यांकन पहले ही कर लिया है।