नोट बंदी: पार्लियामेंट्री कमेटी ने आरबीआई गवर्नर को फिर किया तलब

नोट बंदी: पार्लियामेंट्री कमेटी ने आरबीआई गवर्नर को फिर किया तलब

नई दिल्ली। पार्लियामेंट्री कमेटी ने आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल को एक बार फिर तलब किया है। सम्भावना जताई जा रही है कि उर्जित पटेल मंगलवार को संसदीय समिति के समक्ष पेश हो सकते हैं।

इस सुनवाई में रिज़र्व बैंक गवर्नर उर्जित पटेल को नोटबंदी के बाद लौटी मुद्रा की का आंकड़ा, पीएनबी घोटाला और बैंकों के बढ़ते फंसे कर्ज जैसे मुद्दों पर कड़े सवालों का सामना करना पड़ सकता है।

कांग्रेस नेता वीरप्पा मोइली की अध्यक्षता वाली इस समिति में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी सदस्य हैं। समिति के सदस्य और सांसद दिनेश त्रिवेदी ने कहा कि नोटबंदी (500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों के चलन पर रोक) के बाद लंबा समय गुजर गया है।

केंद्रीय बैंक ने यह नहीं बताया कि इससे कितनी मुद्रा प्रणाली में लौटी। उम्मीद है कि गवर्नर इसकी कुछ जानकारी मंगलवार को देंगे। उन्होंने कहा कि समिति बैंकों के बढ़ते फंसे कर्ज (एनपीए) और पीएनबी में घोटाले जैसे मुद्दों पर भी सवाल करेगी।

बता दें कि 8 नवंबर 2016 को देशभर में पांच सौ और एक हज़ार के नोट चलन से बाहर कर दिए गए थे। स्वयं पीएम नरेंद्र मोदी ने रात 8 बजे टीवी पर अपने राष्ट्र के नाम सन्देश के माध्यम से इसकी घोषणा की थी।

नोट बंदी को लेकर सरकार का दावा था कि इससे कालाधन बाहर आयेगा और आतंकवाद की कमर टूटेगी। आज नोट बंदी के करीब डेढ़ साल बाद भी रिज़र्व बैंक यह बता पाने में असमर्थ है कि नोट बंदी लागू होने के बाद कितनी मात्रा में पुरानी करेंसी वापस आयी।

अपनी राय कमेंट बॉक्स में दें

TeamDigital