नोट बंदी पर बोले राहुल: यदि मैं पीएम होता तो कचरे के डिब्बे में फेंक देता ये प्रस्ताव

नोट बंदी पर बोले राहुल: यदि मैं पीएम होता तो कचरे के डिब्बे में फेंक देता ये प्रस्ताव

नई दिल्ली। दक्षिणी एशियाई देशो की यात्रा पर निकले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सिंगापुर में कहा कि यदि वे प्रधानमंत्री होते और उन्हें नोट बड़ी का प्रस्ताव भेजा गया होता तो वे ऐसे प्रस्ताव को डस्ट बिन में या कबाड़खाने में डाल देते।

उन्होंने कहा कि मैं इस तरह इसे (नोटबंदी) लागू करता क्योंकि मेरे हिसाब से नोटबंदी के साथ ऐसा ही किया जाना चाहिए क्योंकि यह किसी के लिए भी अच्छी नहीं है।

महिला सशक्तिकरण पर एक सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने कहा कि महिला सशक्तिकरण के लिए समानता काफी नहीं है। उनका मानना है कि उनके प्रति जिस तरह का पक्षपात समाज में है उसके लिए उन्हें पुरुषों की बजाय ज्यादा मदद किए जाने की जरुरत है।

राहुल गांधी ने कहा, ‘‘मैं महिलाओं को पुरुषों के बराबर नहीं मानता, बल्कि पुरुषों से बेहतर मानता हूं। मेरा मानना है कि पश्चिमी समाज समेत सभी समाजों में (महिलाओं के प्रति) एक पक्षपाती सोच है।

उन्होंने कहा इस सोच को सुधारे जाने की जरुरत है और इसे ठीक करने के लिए समानता काफी नहीं है, इसके लिए आपको पक्षपाती होना होगा। जितना समर्थन पुरुषों को देते हैं, उससे ज्यादा महिलाओं को देना होगा।

बता दें कि नोटबंदी की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ नवंबर 2016 को की थी। इसमें उन्होंने 500 और1,000 रुपये के पुराने नोट बंद कर दिए गए थे। देश में नोट बंदी लागू होने के बाद मध्यम और गरीब वर्ग के लोगों को एटीएम पर लम्बी लम्बी लाइनों में लगना पड़ा था।

नोट बंदी को लेकर देश में काफी दिनों तक अफरातफरी का माहौल रहा था। एटीएम और बैंको पर लगातार एक महीने से अधिक समय तक लोगों की लम्बी लम्बी लाइने लगी रहीं थीं।

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TeamDigital