नोटबंदी ने ली एक और बलि, पैसे का नही हुआ इंतजाम तो लड़की के पिता ने लगाई फांसी

राजकोट । देशभर में अचानक लागू की गयी पांच सौ और एक हज़ार की नोटबंदी से जहाँ सरकार अपनी पीठ थपथपा रही है वहीँ देश की जनता मुसीबतें झेल रही है। नोटबंदी लागू होने के बाद से अब तक विभिन्न कारणों के चलते पचास से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है । वहीँ अब मामला गुजरात के राजकोट से प्रकाश में आया है जहाँ बेटी की शादी के लिए पैसो का इंतजाम न होने के कारण एक बाप ने फांसी लगाकर आत्म हत्या कर ली ।

थोरला पुलिस स्टेशन के जांच अधिकारी हेमंत व्यास ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि मृतक महेश ने पैसे न जुटा पाने के कारण ही आत्महत्या की है। उसके कुछ रिश्तेदारों ने आर्थिक सहायता देने का वादा किया था, लेकिन वह खुद 500 और 1000 रुपए के नोट बंद होने के बाद परेशान हैं।

45 साल के महेश सोलंकी की बेटी आरती की शादी 12 दिसंबर को होनी थी। शादी के खर्चों के लिए पैसा नहीं जुटा पाने के कारण तय तिथि के तीन हफ्ते पहले ही मंगलवार को महेश ने फांसी लगा ली। मंगलवार की सुबह सबसे पहले बड़े बेटे अजय ने उन्हें पंखे से लटकता पाया। एम्बुलेंस बुलाई गई, लेकिन डॉक्टरों ने मौके पर ही उन्हें मृत घोषित कर दिया।

एक स्थानीय फैक्ट्री में काम करने वाले अजय ने पुलिस को बताया कि उसके पिता शादी के खर्चों को लेकर तनाव में थे और इस कारण ही उन्होंने आत्महत्या कर ली। अजय ने बताया, ‘मेरे पिता ड्राइवर थे, लेकिन दिल की बीमारी की वजह से उन्होंने 5 साल पहले यह काम छोड़ दिया। उन्होंने रिश्तेदारों से भी आर्थिक सहायता लेने की कोशिश की, लेकिन सभी ने उन्हें पुराने 500 और 1000 के नोटों में रुपए देने की बात की। इस वजह से वे डिप्रेशन में चले गए थे।’

आरती की शादी सुरेंद्रनगर जिले के जतनपुर गांव के निवासी हेमंत वाघेला से तय हुई थी। अजय ने बताया कि सोमवार की रात पिताजी ने कहा कि वह शादी के लिए पैसा जुटाने जा रहे हैं। वह मंगलवार को जल्दी उठ गए, लेकिन कमरे के अंदर गए और वहां खुद को फांसी लगा ली।

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TeamDigital