नोटबंदी के 9 महीने बाद भी रिज़र्व बैंक गवर्नर नहीं बता सके कितने पुराने नोट वापस आये

नोटबंदी के 9 महीने बाद भी रिज़र्व बैंक गवर्नर नहीं बता सके कितने पुराने नोट वापस आये

नई दिल्ली। नोटबंदी को हुए 9 महीने से अधिक हो चुके हैं। 8 नवंबर 2016 को कुल करेंसी की 86 फीसदी रकम यानी 1000-500के नोट सरकार ने अवैध करार दे दिए थे। संसदीय समिति के सामने बड़े एनपीए खातों के बारे में भी भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर ने कोई डिटेल नहीं दी।

भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल नोटबंदी के बारे में जानकारी देने के लिए बुधवार को संसदीय समिति के समक्ष पेश हुए। पुराने नोटों के बारे में पूछे जाने पर समिति के समक्ष उन्होंने कहा कि 1000-500 के पुराने नोटों के बारे में फिलहाल जानकारी नहीं दी जा सकती है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक गवर्नर ने कहा कि नोटबंदी के दौरान जो नोट जमा हुए हैं उनकी गिनती की जा रही है। संसदीय समिति के समक्ष पेश रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गर्वनर उर्जित पटेल ने पुराने नोटों संबंधी कोई भी डिटेल देने से इंकार दिया है।

बुधवार की पेशी में उर्जित पटेल से देश के टॉप 12 डिफॉल्टर्स के नाम बताने को कहा है, लेकिन आरबीआई गवर्नर ने गोपनीयता का हवाला देकर इन डिफॉल्टर्स के नाम बताने से भी इंकार कर दिया है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर उर्जित पटेल की संसदीय समिति के सामने नोटबंदी के बारे में तमाम जानकारी देने के लिए लगातार पेश हो रहे हैं।

वहीँ रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने कहा है कि नोटबंदी के दौरान जमा पुराने नोटों की गिनती अभी चल रही है। इसलिए फिलहाल पुराने नोटों के बारे में जानकारी नहीं दी जा सकती है।

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TeamDigital