नोटबंदी का एक महीनाः संसद में गतिरोध बरकरार, विपक्ष ने मनाया काला दिवस

नई दिल्ली । नोटबंदी का एक महीना पूरा होने पर विपक्षी दल आज काला दिवस मना रहे हैं। नोटबंदी के मुद्दे पर चर्चा को लेकर संसद में गुरुवार को भी हंगामा हुआ। राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी दलों ने हंगामा शुरू कर दिया। विपक्षी दलों के शांत न होने पर उपराष्ट्रपति ने सदन की कार्यवाही पहले दोपहर 12 बजे तक के लिए फिर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

सरकार ने कहा कि वह सदन में चर्चा को तैयार है। इससे पहले विपक्षी दलों के सांसद संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के पास एकत्र हुए और काली पट्टी बांधकर मोदी सरकार के इस फैसले के खिलाफ विरोध जताया।

‘हम पीएम को भागने नहीं देंगे, समझाएंगे’
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी ने कहा कि प्रधानमंत्री एक के बाद एक नये बहाने से भाग रहे हैं। हम उन्हें भागने नहीं देंगे, उन्हें समझाएंगे। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के इस आइडिया से पीएम मोदी का लक्ष्य सिर्फ कुछ लोगों को फायदा पहुंचाना है। इससे देश को बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। उन्होंने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा, वे हंस रहे हैं और यहां देश के लेाग परेशान झेल रहे हैं। लोकसभा में अगर मुझे बोलने दिया जाए तो मैं सबको बता दूंगा कि कैस पेटीएम मतलब पे टू मोदी होता है।

काला दिवस नहीं, कालाधन का समर्थन दिवस है: वेंकैया नायडू
केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि ये विपक्षी दलों का काला दिवस नहीं है। यह कालाधन का समर्थन दिवस है। ये दो हफ्ते से संसद में चर्चा नहीं होने दे रहे हैं। अब कांग्रेस गांधी प्रतिमा के सामने तमाशा कर रही है, धरना दे रही है।

नोटबंदी के बाद से 100 से अधिक लोगों की मौतः आजाद
कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद ने राज्यसभा में कहा कि नोटबंदी के बाद से अब तक 100 से अधिक लोगों की मौत हुई है। हमलोग चाहते हैं कि उनको संसद में श्रद्घांजलि दी जाए लेकिन सरकार इससे इनकार कर रही है। इस कारण से ही विपक्षी दलों ने गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया है और उन्हें श्रद्धांजलि दी है।

जनता के हित में काला दिवसः मायावती
बसपा नेता मायावती ने कहा कि विपक्ष का कोई व्यक्तिगत स्वार्थ नहीं है। देश की 90 फीसदी जनता के हित को ध्यान में रखकर काला दिवस मनाया गया है। सही मायने में जनता के लिए काला दिन 8 नवंबर से ही शुरू हो गया था। उनके लिए एक पूरा महीना काला दिन के रूप में गुजरा है।

गौरतलब है कि नोटबंदी के फैसले के कारण लोगों को हो रही दिक्क्तों को देखते हुए विपक्षी दल राज्यसभा और लोकसभा में हंगमा कर रहे हैं, जिसके संसद की कार्यवाही पिछले दो हफ्तों से नहीं चल रही है।

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