नेहरू-राजीव पर बयान देकर इस बीजेपी सांसद ने कराई पार्टी की किरकिरी

नई दिल्ली। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान मंगलवार को बीजेपी सांसद जीवीएल नरसिम्हा राव द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू और राजीव गांधी पर की गयी टिप्पणी उन्हें भारी पड़ी।
जीवीएल नरसिम्हा राव की पूर्व प्रधानमंत्रियों को लेकर की गयी टिप्पणी के बाद राज्य सभा में भारी शोरशराबा हुआ। कांग्रेस सदस्यो के दबाव के आगे जीवीएल को अपना बयान वापस लेना पड़ा। इतना ही नहीं उनके बयान को राज्य सभा की कार्यवाही में भी शामिल नहीं किया गया।
दरअसल राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान राज्य सभा में बीजेपी सांसद जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा कि ‘पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने सन 1952 और 1954 के लोकसभा चुनाव में बाबा साहब डॉक्टर भीमराव आंबेडकर को चुनाव हराने के लिए आक्रामक प्रचार किया था।”
उन्होंने दावा किया कि पंडित नेहरू ने ऐसा इसलिए किया था क्यों कि बाबा साहब को सदन में देखना उन्हें पसंद नहीं था।’ जीवीएल नरसिम्हा राव यहीं नहीं रुके उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी पर भी टिप्पणी की।
बीजेपी सांसद जीवीएल नरसिम्हा राव की टिप्पणी के बाद विपक्षी नेता नारेबाजी करते हुए वेल में आ गए। राज्य सभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आज़ाद ने नरसिम्हा राव की टिप्पणी का कड़ा विरोध किया।
आज़ाद ने कहा कि हमने कभी पूर्व प्रधानमंत्री अटक बिहारी वाजपेयी के लिए किसी तरह की कोई अमर्यादित और मनगढ़ंत टिप्पणी नहीं की। आज़ाद ने कहा कि इतिहास हमने भी पढ़ा है और इस तरह आप तोड़-मरोड़ कर इतिहास का इस्तेमाल उच्च सदन में करना ठीक नहीं।
उन्होंने कहा कि यदि हम पीएम मोदी के खिलाफ कुछ बोलते हैं तो वह जवाब देने में सक्षम हैं लेकिन जो लोग आज इस दुनिया में नहीं हैं, उनके बारे में इस तरह की टिप्पणी करना निंदनीय है।
विपक्ष के तीखे तेवरों के आगे बीजेपी सांसद जीवीएल नरसिम्हा राव अकेले पड़ते दिखाई दिए और उन्हें बाद में अपनी टिप्पणी वापस लेने को मजबूर होना पड़ा। सत्ताधारी पार्टी के सांसद को टिप्पणी वापस लेने की नौबत आने से पार्टी की किरकिरी भी हुई।