नेहरू पर सुषमा के बयान से संसद में घिरी सरकार, कांग्रेस ने दिया विशेषाधिकार हनन का नोटिस
नई दिल्ली। गुरूवार को राज्यसभा में भारत की विदेश नीति पर बोलते विदेश मंत्री सुषमा स्वराज द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश के पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू से बेहतर बताने वाले बयान से सरकार के लिए नई मुश्किलें खड़ी हो गयी हैं।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक सुषमा ने कहा, “नेहरू ने दुनिया में अपना नाम कमाया था, जबकि पीएम मोदी ने देश का नाम ऊंचा किया है।” सुषमा ने कहा कि 17 साल में एक भी प्रधानमंत्री नेपाल नहीं गया। हमारे प्रधानमंत्री दो दो बार नेपाल गए तो फिर संबंध खराब होने का सवाल कहां से आया।
सुषमा ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि आज कांग्रेस जिन मुद्दों पर चिंता जता रही है उन मु्द्दों की जन्मदाता कांग्रेस ही है। उन्होंने कहा कि विपक्ष को चीन पर भारत का पक्ष समझना चाहिए था। मुझे दुख तब होता है जब विपक्ष ने भारत का पक्ष ना जानकर चीन के राजदूत को बातचीत के लिए बुलाया।
सुषमा स्वराज ने कहा कि सरकार ने विपक्ष को दो दिन की मीटिंग बुलाकर जानकारी दी थी। मीटिंग तब खत्म की गयी जब विपक्ष ने कहा वो संतुष्ट है।
विपक्षी दल सुषमा स्वराज के खिलाफ विशेषादिकार हनन प्रस्ताव लाने जा रही है। बताया जा रहा है कि भारत की विदेश नीति पर कथित तौर पर सदन को गलत सूचना देने के मुद्दे पर विपक्षी दल यह प्रस्ताव लाएंगे।
यह प्रस्ताव कथित तौर पर बानडुंग एशिया अफ्रीका संबंधों पर सम्मेलन और 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लाहौर दौरे के बारे में गलत जानकारी देने को लेकर दिए जायेंगे।
दूसरा विशेषाधिकार प्रस्ताव कथित तौर पर 2015 में मोदी के लाहौर दौरे को लेकर सदन को गलत जानकारी देने को लेकर है, जिसमें दावा किया था कि उसके बाद से कोई आतंकी घटना नहीं हुई।