नीरव मोदी पासपोर्ट मामले में मिलीभगत के सबूत, पहले ही जारी हो गया था नया पासपोर्ट !
नई दिल्ली। करोडो रुपये के पीएनबी घोटाले के आरोपी नीरव मोदी मामले में नया खुलासा सामने आया है। एक न्यूज़ चैनल की रिपोर्ट के अनुसार नीरव मोदी का पासपोर्ट एक्सपायर होने से पहले ही उसे मुंबई रीजनल पासपोर्ट सेंटर से नया पासपोर्ट जारी कर दिया गया था।
सीएनएन- न्यूज़ 18 की एक रिपोर्ट के अनुसार नीरव मोदी के पास 6 पासपोर्ट मौजूद थे जिनमे से अभी दो पासपोर्ट काम कर रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार पहला पासपोर्ट 8 मई 2008 को जारी किया गया था और 7 मई 2018 तक वो वैध था लेकिन इसके बावजूद पासपोर्ट ऑफिस ने 9 मई 2017 को एक और पासपोर्ट जारी कर दिया।
रिपोर्ट के अनुसार इस पासपोर्ट की वैलिडिटी 8 मई 2027 तक है। कानूनी तौर पर दूसरा पासपोर्ट तभी दिया जाता है जब पहला एक्सपायर हो जाए लेकिन नीरव मोदी के मामले में नियमो को ताक पर रखकर दूसरा पासपोर्ट एडवांस में जारी कर दिया गया।
रिपोर्ट के अनुसार नीरव मोदी के मामले साफ़ तौर पर मिलीभगत का मामला सामने आया है। उसे नियम विरुद्ध एडवांस में पासपोर्ट जारी किये गए। आज भी नीरव मोदी के पास एक पासपोर्ट मौजूद है जिसकी वेलिडिटी अभी बाकी है और वह उसी पासपोर्ट पर यात्रा कर रहा है।
समाचार एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों का हवाला देते हुए कहा कि सरकार ने विदेश मामलों के मंत्रालय के जरिये इंटरपोल को मोदी के दो रद्द पासपोर्टों के बारे में बताया है। लेकिन ऐसा लगता है कि एक समान अंतरराष्ट्रीय तंत्र की गैरमौजूदगी में, दस्तावेजों की कानूनी रोकथाम अलग-अलग देशों में ठीक तरीके से नहीं हो पा रही है और नीरव मोदी अलग-अलग देशों की यात्रा लगातार कर रहे हैं।
रिपोर्ट के अनुसार नीरव मोदी के एक पासपोर्ट में उसका पूरा नाम नीरव मोदी लिखा हुआ है जबकि दूसरे पासपोर्ट में सरनेम नहीं लिखा गया है। इस पासपोर्ट में सिर्फ फर्स्ट नेम नीरव नाम लिखा गया है और सरनेम गायब है। इसी पासपोर्ट पर नीरव मोदी को ब्रिटेन का वीजा मिला है। जिस पर वह ब्रिटेन में रह रहा है।